जयपुर। राजस्थान में विधानसभा आम चुनाव-2023 के लिए शनिवार को मतदान होगा, जिसके लिए सभी तैयारियों पूर्ण कर ली गई है और इस बार पांच करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।
निर्वाचन विभाग के अनुसार मतदान शनिवार को सुबह सात से शाम छह बजे तक कराया जाएगा। निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और मतदान के लिए मतदान दल मतदान केन्द्रों पर पहुंच गए हैं। इस चुनाव में राज्य की 200 विधानसभा सीटों में 199 सीटों के लिए 1860 से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गंगानगर जिले में करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया।
इस चुनाव में सत्तारुढ़ कांग्रेस, मुख्य विपक्ष भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, आम आदमी पार्टी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारत आदिवासी पार्टी, जननायक जनता पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी सहित करीब 80 पार्टियों के उम्मीदवार एवं करीब 730 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
कांग्रेस में इस बार भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे नेताओं में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, मंत्रियों में शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, भजन लाल जाटव, विश्वेन्द्र सिंह, भंवर सिंह भाटी, सालेह मोहम्मद, ममता भूपेश, प्रताप सिंह खाचरियावास, राजेंद्र सिंह यादव, शकुंतला रावत, उदय लाल आंजना, राम लाल जाट, महेंद्रजीत सिंह मालवीय एवं अशोक चांदना आदि शामिल हैं जो इस बार भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। इसी तरह इस बार कांग्रेस के कई विधायक भी फिर से अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। कांग्रेस ने लगभग अपने सौ मौजूदा विधायकों को फिर से चुनाव मैदान में उतारा हैं।
इसी तरह भाजपा में भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनिया, सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, किरोड़ी लाल मीणा एवं देवजी पटेल एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया के अलावा कई भाजपा विधायक इस बार फिर चुनाव मैदान में ताल ठोक रखी है। भाजपा ने इस बार अपने करीब 60 मौजूदा विधायकों को फिर से चुनाव लड़ने का मौका दिया है।
इनके अलावा रालोपा के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी खींवसर से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। रालोपा ने चन्द्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ चुनावी गठबंधन किया है और दोनों मिलकर 124 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनाव में भाजपा 199 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस 198 पर चुनाव लड़ रही है और वह एक सीट भरतपुर को अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के लिए छोड़ी है जहां से रालोद के प्रत्याशी एवं मंत्री सुभाष गर्ग चुनाव मैदान में हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मतदान के लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों में 51 हजार 507 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। 18-30 आयु वर्ग के एक करोड़ 70 लाख 99 हजार 334 के युवा मतदाता मतदान करेंगे, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22 लाख 61 हजार आठ नव मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 36 हजार 101 स्थानों पर मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।
10 हजार 501 मतदान केन्द्र शहरी क्षेत्र में और 41 हजार छह ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि 26 हजार 393 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग कराई जाएगी। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी की जाएगी। प्रदेशभर में 65 हजार 277 बैलट यूनिट, 62 हजार 372 कंट्रोल यूनिट और 67 हजार 580 वीवीपैट मशीनें रिजर्व सहित मतदान कार्य में उपयोग ली जाएंगी।
उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए 6287 माइक्रो आब्जर्वर और 6247 सेक्टर अधिकारी मय रिजर्व नियुक्त किए गए हैं जो मतदान दलों से सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे। सभी सेक्टर अधिकारियों को एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन भी दी जाएगी। जो ईवीएम संबंधी खराबी की सूचना होने पर सुधार एवं रिप्लेसमेंट की कार्यवाही करेंगे। ईवीएम संबंधी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए हर विधानसभा में दो-दो बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केन्द्रों पर पहुंचेंगे। बेल इंजीनियर के पास भी एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन रहेगी।
गुप्ता ने बताया कि मतदान के लिए दो लाख 74 हजार 846 मतदानकमियों को तैनात किया गया हैं। 7960 महिला मतदानकर्मी महिला प्रबन्धित मतदान केन्द्रों पर एवं 796 दिव्यांग मतदान कार्मिक दिव्यांग प्रबन्धित मतदान केन्द्रों पर कमान संभालेंगे। सभी मतदान बूथों पर मतदान के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है, जिसका लाभ लेते हुए वहां आने वाले दिव्यांगों एवं 80 वर्ष की आयु के वरिष्ठ मतदाता अपना मत बिना किसी असुविधा के डाल सकते हैं।
गुप्ता ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए एक लाख दो हजार 290 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। 69 हजार 114 पुलिसकर्मी, 32 हजार 876 राजस्थान होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवानों का बल तैनात किया गया है एवं सीआरपीएफ की 700 कंपनिंयां तैनात की गई है। उन्होंने बताया कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन फ्लाइंग स्क्वॉड, तीन एसएसटी दल तैनात रहेंगे। व्यय संवेदनशील मतदान केन्द्रों में एक-एक अतिरिक्त एफएस और एसएसटी की तैनाती मतदान दिवस पर की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतदान केन्द्र पर कम से कम तीन क्यूआरटी की उपलब्धता रहेगी। गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी।
मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिये जिला स्तर व विधानसभा स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है। इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केन्द्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉकपोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केन्द्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे।
गुप्ता ने बताया कि मतदान के लिए 41 हजार 224 बड़े तथा छोटे वाहनों का अधिग्रहण किया गया है, जिससे मतदान दल, सुरक्षा कर्मी, ईवीएम मशीन तथा सेक्टर ऑफिसर के आने-जाने में सुगमता रहे। पुलिस बल तथा मतदान दलों के लिए 17 हजार 617 वाहन, सेक्टर ऑफिसर के लिए 20 हजार 844 छोटे यात्री वाहन, एवं ईवीएम मशीन के लाने ले जाने के लिए 2470 ट्रक/मिनी ट्रक अधिग्रहित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए एक लाख दो हजार 290 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। 69 हजार 114 पुलिसकर्मी, 32 हजार 876 राजस्थान होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवानों का बल तैनात किया गया है एवं सीआरपीएफ की 700 कंपनिंयां तैनात की गई है।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन फ्लाइंग स्क्वॉड, तीन एसएसटी दल तैनात रहेंगे। व्यय संवेदनशील मतदान केन्द्रों में एक-एक अतिरिक्त एफएस और एसएसटी की तैनाती मतदान दिवस पर की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतदान केन्द्र पर कम से कम तीन क्यूआरटी की उपलब्धता रहेगी। गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी।