अजमेर के निकट पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाइन को मिली मंजूरी

जयपुर/अजमेर। राजस्थान में अजमेर के निकट पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाइन को मंजूरी मिल गई है। केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने फोन पर अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी को इस मंजूरी की जानकारी दी है।

सांसद चौधरी ने बताया कि पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन के बनने से बीकानेर का सीधा संपर्क होगा। उन्होंने इस लम्बित मुद्दे को लोकसभा में उठाया था। आज इसकी मंजूरी की जानकारी मिली है।
उन्होंने बताया लंबे समय से पुष्कर मेड़ता रेल लाईन के बनने की मांग हो रही थी।

इस विषय पर लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान रेल मंत्री से इस सम्बंध में तारांकित प्रश्न के माध्यम से भी इस रेल लाइन को बनने की मांग रखी थी और इसके माध्यम से होने वाले फायदों से भी अवगत कराया गया था। साथ ही रेल मंत्री के अजमेर आगमन पर भी पुष्कर- मेड़ता रेल लाइन की मांग रखी थी।

इस रेल लाइन के बनने से सम्पूर्ण उत्तरी भारत का अजमेर एवं गुजरात से सीधा सम्पर्क हो जाएगा। जोधपुर, जैसलमेर, नागौर, बीकानेर का रेलमार्ग आमजन को उपलब्ध होगा। पुष्कर (अजमेर) से मेडता (नागौर) रेल लाईन प्रोजेक्ट के लिए चालू वित्तिय वर्ष 2021-22 में केबिनेट कमेटी ऑफ इॅकोनोमिक अफेेयर्स (सीसीईए) में आवश्यक बजट स्वीकृत कराने हेतु भागीरथ चौधरी के प्रयास अब रंग लाए है।

पुष्कर-मेड़ता और रास-मेड़ता रेल लाइन को मिली मंजूरी

सांसद दिया कुमारी ने बताया कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्हें इस संबंध में बुधवार को फोन पर इसकी जानकारी दी। दिया कुमारी ने इन दोनों रेल लाइनों के लिए प्रयास किए थे। उन्होंने रेल लाइनों की मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री वैष्णव का आभार व्यक्त किया।

मंजूरी मिलने पर दिया कुमारी ने कहा कि ये दोनों रेलवे लाइन प्रोजेक्ट राजसमंद लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए दूरगामी कदम साबित होगें। वह दोनों रेल लाइन प्रोजेक्ट के लिए लंबे समय से प्रयासरत थी और अब उनके यह प्रयास सफल हुए हैं। पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाइन पूरी होने के बाद यात्रियों को बीकानेर से अजमेर और उदयपुर तक सीधी रेल सेवाएं मिल सकेगी।

उन्होंने कहा कि 59 किलोमीटर लंबी पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन के लिए पिछले रेल बजट में पुन: सर्वे कराया गया और अब इस बहुप्रतीक्षित पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन की स्वीकृति प्राप्त हो गई। पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाईन से धार्मिक नगरी पुष्कर और रामस्नेही संप्रदाय की रेण पीठ आने वाले श्रद्धालुओं को भी रेल की सुविधा मिल पाएगी।

रास-मेड़ता के बीच क़रीब 47 किलोमीटर लंबी नयी रेलवे लाइन परियोजना को मंजूरी देने पर दिया कुमारी ने कहा कि रास और मेड़ता के बीच रेल लाइन बनने से इलाके के सीमेंट उद्योग और सीमेंट फैक्ट्रियों में काम करने वाले हज़ारों श्रमिकों को रेल सुविधा का लाभ मिल सकेगा। रास-मेड़ता रेल लाइन इलाके में विकास के नए आयाम स्थापित करने में भी सहायक सिद्ध होगी।