जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2023 के परिणामों के बाद रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
गहलोत ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र को अपना त्याग पत्र सौंपा। श्री मिश्र इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार करते हुए गहलोत से राज्य में नई सरकार के गठन होने तक कार्य करते रहने का आग्रह किया। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 100 से अधिक सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिला है।
जनादेश विनम्रतापूर्वक स्वीकार
राजस्थान के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के बाद मिले जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर लिया है। गहलोत ने चुनाव परिणाम के बाद यहां कहा कि जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है। यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं। मेरी उनको सलाह है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही ना करें। पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस), चिरंजीवी सहित तमाम योजनाएं एवं जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है वो इसे आगे बढ़ाएं।
उन्होंने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि जिन्होंने इस चुनाव में पूरी मेहनत की एवं सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे ऊपर विश्वास किया।
राजस्थान में भाजपा ने 109 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया