जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद उपजे हालात के बीच प्रशासन एवं समाज के लोगों के मध्य मांगों पर बुधवार को सहमति बनी लेकिन विरोधाभास के चलते धरना दूसरे दिन भी जारी रहा।
गोगामेड़ी हत्याकांड को लेकर राजस्थान बंद रहा और पुलिस प्रशासन और समाज के लोगों के बीच आठ सूत्री मांगों को लेकर वार्ता हुई और बताया गया कि सहमति बन गई है और कुछ मांगे मान ली गई और कुछ मांगे सरकार बनने के बाद पूरी कर दी जाएगी। एक बार ऐसा लग रहा था कि अब धरना समाप्त हो जाएगा और गुरुवार को गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार भी हो जाएगा लेकिन इस बीच पुलिस प्रशासन एवं समाज के बीच हुई वार्ता पर विरोधाभास सामने आ गया और गोगामेड़ी के छोटे भाई ने सहमति पर एतराज जता दिया।
इसके बाद गोगामेड़ी की पत्नी ने धरनास्थल पर आकर कहा कि जो घर से चला गया उसकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकती, अब मेरी भी एक मांग है जब तक हत्यारो को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक यहां से हिलना नहीं है। सुखदेव सिंह ने हमेशा ताल ठोक कर काम किया है अपनी इस बहन के लिए आप लोगों को ताल ठोकनी है। आंदोलन चाहे उग्र करना पड़े, यहां से हिलना नहीं है। धरना प्रदर्शन करना हमारी मजबूरी के साथ जरुरत भी है और जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती धरना नहीं हटेगा।
उन्होंने कहा कि पहले सुरक्षा दे दी होती तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि किसी नेता के बहकावे नहीं आना है। इससे पहले गोगामेड़ी की पत्नी ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई। इस मामले की सघन जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
यह एसआईटी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन के पर्यवेक्षण में गठित की गई। उल्लेखनीय है कि गोगोमेड़ी हत्याकांड में हत्यारों की गिरफ्तारी एवं अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को जयपुर के मेट्रो मास अस्पताल के पास सर्व समाज की और से धरना शुरु किया गया और इसमें बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।