अजमेर। ताराचन्द हुदलदास खानचन्दानी सेवा संस्थान अजमेर की ओर से संचालित अमरापुर सेवा घर में निःशुल्क कम्प्यूटर व सिलाई प्रशिक्षण के चतुर्थ बैच का उद्घाटन रविवार को राजस्थान सरकार के पूर्व वित्त सलाहकार गोविन्द देव व्यास ने किया।
उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर व सिलाई को नौकरी का साधन बनाने के साथ-साथ ज्ञान का जरिया भी बनाएं। प्रशिक्षण लेने वाले के मन में जिज्ञासा ज्यादा होती है, उस जिज्ञासा को पूर्ण करते हुए ज्ञान देना चाहिए। कम्प्यूटर शिक्षा आज के युग में स्कूल विद्यार्थियों के आवश्यक है। महिला, पुरूष और बुजुर्गाे को भी कम्प्यूटर का ज्ञान होना जरूरी है। सिलाई के जरिए से रोजगार के साथ-साथ डिजाईनिंग में भी लाखों रूपए के पैकेज प्राप्त किए जा सकते हैं।
अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि आश्रम में बुजुर्गाें की सेवा के साथ साथ नए भारत का निर्माण करने वाले बच्चों व महिलाओं को स्वरोजगार के जरिए परिवार का लालन-पालन करने योग्य बनाने के लिए यह सेवा का मंदिर खोला है। महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहां कि कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती है और अमरापुर सेवा घर में सेवा के माध्यम से एक नई ऊंचाईयों की ओर बढ़ रहा है।
सचिव शंकर बदलानी ने जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर 1 से 3 बजे तक सिलाई की कक्षा चलेगी एवं शाम 5.30 से 6.30 बजे कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाएगा। हरी चन्दानानी ने धन्यवाद दिया तथा मंच संचालन जयसंत गनवानी ने किया।
कार्यक्रम में प्रारम्भ में अमोलक खानचन्दानी के पिता हुंदलदास ताराचन्द खानचन्दानी, स्वामी हिरदाराम साहब व झूलेलाल की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रजवलित कर माल्यार्पण किया गया।
कुसुमलता व प्रशिक्षण देने वाली ममता टिकयानी, संजय शर्मा ने कोर्स के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर जीडी वृंदानी, रमेश मेघानी, डॉ. भरत छबलानी, जसवंत गनवानी, हरिराम कोडवानी, रमेश टिलवानी, ललित लोंगानी, ओमप्रकाश हिरानंदानी, जेठा बालानी, अजीत पम्पनानी, कैलाश लालवानी, ममता, दीपा पारवानी, भूपेन्द्र राणावत, मेखराज राजोरिया एवं आश्रम के आवासी भी मौजूद रहे।