नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति पद का मजाक बनाने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि संसद परिसर में ऐसी घटना का होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को सोशल नेटवर्किंग वर्क वेबसाइट एक्स पर जारी एक संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें फोन किया है और कुछ सांसदों द्वारा उनका मजाक बनाने पर गहरा दुख प्रकट किया है।
धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का फोन आया और उन्होंने कल संसद के पवित्र परिसर में कुछ माननीय सांसदों द्वारा प्रदर्शित की गई अपमानजनक नाटकीयता पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन देश के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ और वह भी संसद में ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस पर धनखड़ ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि कुछ लोगों की बेतुकी हरकतें मुझे मेरा कर्तव्य निभाने और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों का सम्मान करने से नहीं रोक सकती हैं। मैं संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हूं और इस प्रकार के अपमान मुझे अपने मार्ग से विचलित नहीं कर सकते।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को संसद परिसर में तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने अन्य सांसदों के समक्ष राज्यसभा के सभापति की नकल उतारी, जबकि अन्य सांसद इसकी वीडियो बनाते रहे।
भाजपा सदस्यों ने की धनखड़ के अपमान की घोर निंदा
राज्यसभा के सभापति एवं उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मंगलवार को संसद परिसर में मजाक उड़ाने की गतिविधियों का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों और मंत्रियों ने सदन में घोर निंदा करते हुए प्रश्नकाल में खड़े होकर कार्यवाही में भाग लिया।
आज राज्य सभा में सुबह चार बार के स्थगन के बाद प्रश्नकाल शुरू होने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच सभापति की ओर मुखातिब होते हुये कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने इस वीडियो को बनाकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया है जो बहुत ही निदंनीय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने संवैधानिक पद के साथ ही एक किसान के पुत्र और जाट का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि इन लोगों ने 20 वर्षाें से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपमान करते आ रहे हैं क्योंकि वे भी पिछड़ी जाति से हैं। जोशी ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का भी इन लोगों ने अनुसूचित जनजाति से होने के कारण उनका अपमान कर चुके हैं।
संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद पर आसीन व्यक्ति का अपमान करने पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस कृत्य और सभापति के आदार में भारतीय जनता पार्टी के सभी सदस्य और मंत्री सदन में खड़े होकर प्रश्नकाल में भाग लेंगे।
इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। एक प्रश्न होने के बाद सभापति ने खड़े सदस्यों और मंत्रियों से बैठकर कार्यवाही में भाग लेने की अपील की जिस पर सभी सदस्य अपनी अपनी सीटों पर बैठ गये।