अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 812 वें सालाना उर्स का झंडा दरगाह के बुलंद दरवाजे पर आठ जनवरी को परम्परागत तरीके से चढ़ाया जाएगा। इसके लिए भीलवाड़ा का गौरी परिवार के सदस्य अजमेर पहुंच गए हैं।
अजमेर में सालाना उर्स-2024 का विधिवत आगाज रजब माह का चांद दिखाई देने पर 12 अथवा 13 जनवरी से होगा। साथ ही छह दिनों के लिए जन्नती दरवाजा भी खोल दिया जाएगा। उर्स में 15 दिनों के लिए बीती रात दोनों देगों का ठेका भी 3.14 करोड़ रुपए में छोड़ दिया गया जो कि गत वर्ष की तुलना में करीब 60 लाख रुपए कम है। ठेका छोड़ने के दौरान अंजुमन सैय्यदजादगान एवं अंजुमन शेखजादगान के पद्धाधिकारी मौजूद रहे।
उर्स को देखते हुए शहर में हलचल बढ़ गई है। अस्थाई दुकानदार अपने लिए दुकानों की खोज में जुटे हैं। कायड़ विश्राम स्थली पर भी दरगाह कमेटी अस्थाई दुकानें आवंटित करने जा रही है। दरगाह क्षेत्र में उर्स की रौनक देर रात तक देखी जा सकती है।