रायपुर। कांग्रेस महासचिव एवं छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिन पायलट ने कहा हैं कि छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान में कांग्रेस एवं भाजपा के बीच सीधा मुकाबला हैं इस कारण इन राज्यों में इंडिया गठबंधन के साथ सीट शेयरिंग की संभावना नही है।
छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाए जाने के बाद पहली बार राज्य के दौरे पर आए पायलट ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कान्फ्रेन्स में प्रश्नों के उत्तर में कहा कि उनका मानना हैं कि छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान में इंडिया गठबंधन के साथ सीट शेयरिंग की संभावना नहीं हैं लेकिन अन्तिम निर्णय पार्टी द्वारा गठित समिति ही लेंगी। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल दल अपने हितों को नहीं देखकर देशहित में साथ आए हैं, और जहां तक वह समझते हैं कि यह गठबंधन लोकसभा चुनावों के लिए है।
उन्होने राज्य में विधानसभा चुनावों में हार के बाद लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इन परिणामों से निश्चित रूप से पार्टी कार्यकर्ता आहत हुए है, लेकिन इसका मतलब यह नही कि वह टूट गए हैं। पूरी ताकत से सभी लोकसभा चुनावों के लिए जुटेंगे और बेहतर से बेहतर परिणाम लाने में कामयाब होंगे।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 10 वर्ष हो गए है, अब 10 वर्ष मोदी सरकार के और 10 वर्ष यूपीए सरकार के, इनकी तुलना होंगी। इन वर्षों में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है, सार्वजनिक उपक्रम बेचे जा रहे है, सेना में अग्निवीर भर्ती, नोटबंदी, मनमानी जीएसटी जैसे ज्वलंत मुद्दे हैं।
पायलट ने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की कोशिश इन मुद्दों को लेकर जबकि भाजपा की एक मात्र कोशिश भावनात्मक मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में जाने की होंगी, फैसला मतदाताओं को करना है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर भाजपा परेशान है क्योंकि गठबंधन में शामिल दलों का मत प्रतिशत दो तिहाई है।
उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में मजबूत उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारेंगी और कोशिश करेंगी कि जल्द से जल्द उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाए। उन्होंने यह मानने से इंकार किया कि विधानसभा चुनावों में किसी एक व्यक्ति की वजह से हार हुई, उन्होंने कहा कि जब हम जीतते है तो सभी का योगदान रहता है और हारते है तो सभी उसके लिए जिम्मेदार होते हैं। उन्होंने राज्य में निवर्तमान सरकार एवं पार्टी के पूर्व के मामलों के बारे में टिप्पणी करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि हमें आगे की देखना है।
पायलट ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि वंचित वर्ग के न्याय के लिए 14 जनवरी से मणिपुर से शुरू हो रही यह यात्रा छत्तीसगढ़ से होकर गुजरेगी और राज्य में पांच छह दिन रहेगी। राज्य में यात्रा की तिथि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यात्रा में राज्य़भर के लोगों को जोड़ने की कोशिश की जाएगी। इस मौके पर उनके साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.चरणदास महंत एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भी थे।
उन्होंने अय़ोध्या में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस के शामिल नही होने से इसके लोकसभा चुनावों में उसके असर के बारे में पूछे जाने पर कहा कि भाजपा और संघ द्वारा धर्म के नाम पर चीजों का राजनीतिकरण किया जा रहा है। हर व्यक्ति की अपनी आस्था की आजादी है, कौन किसका भक्त है और कौन कहां कब दर्शन के लिए जाएगा इसको तय करना वाला कोई राजनीतिक दल या कोई और कौन होता है।
पायलट का इससे पूर्व राज्य के दौरे पर पहली बार पहुंचने पर विमानतल से लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जगह जगह रोककर जोरदार स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने कई जगह आतिशबाजी भी की।