जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मिलावट को जघन्य अपराध बताते हुए मसाला उत्पादकों का आह्वान किया है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुद्ध से युद्ध अभियान के अनुसरण में मसालों की गुणवत्ता और शुद्धता पर सर्वाधिक ध्यान दें क्योंकि यह सीधा जन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
देवनानी शनिवार को जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में दो दिवसीय 11वां ग्लोबल स्पाइस समिट में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मसालों में मिलावट का कोई स्थान नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे बड़ा जघन्य अपराध और कोई नही हो सकता। उन्होंने कहा कि मसाला उत्पादकों का यह उत्तरदायित्व होना चाहिए कि वे यह सुनिश्चित करे कि मसालों की गुणवत्ता इतनी अधिक उच्च स्तर की हो कि इनका उपयोग होने से जन स्वास्थ्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं हो सके।
उन्होंने कहा कि भारत के मसालों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान है और इसकी सुगंध सात समंदर पार तक पहुंच रही है और आज भारत से 60 प्रतिशत मसालों का नियार्त हो रहा है और इसका कारोबार 1.60 लाख करोड़ का है जो बढ़कर तीन लाख करोड़ तक पहुंचने वाला है। उन्होंने राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध व्यंजनों की चर्चा करते हुए कहा कि इसकी लोकप्रियता की एक वजह प्रदेश के मसाले है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मथानिया की मिर्ची की शोहरत सारी दुनिया में है। इसी तरह अन्य मसाले भी लोकप्रिय है। यहां के नायाब व्यंजनों ने देशी विदेशी पर्यटन को बढ़ाने में भी बहुत योगदान दिया है।
देवनानी ने मसाला उत्पादकों से अपील की कि उन्हें यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मसालों में रत्ती भर भी मिलावट नहीं हो। साथ ही स्व रोजगार को बढ़ाने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित भी करना चाहिए। उन्होंने विभिन्न मसाला ब्रांड और टेक्नोलॉजी कंपनियों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कहा कि प्रदर्शनी स्टॉल्स पर मसाला उद्योग से जुड़ी नयी जानकारियाँ प्राप्त करके युवा अपना स्टार्ट अप आरम्भ कर सकते है।
समारोह में एनएनएस ग्रुप के सीएमडी राजेश गुप्ता और निदेशक अक्षय गुप्ता ने श्री देवनानी को स्मृति चिह्न प्रदान किया। देवनानी ने जेके मसाले एवं खाद्य उत्पाद के निदेशक विकास जैन, एमडीएच समूह के मुख्य मार्केटिंग ऑफिसर डॉ. सुशील मंसोत्रा और इतियाश मसाले के एमडी कृपा राम गहलोत को सम्मानित किया।