जयपुर। संयुक्त भारतीय धर्म संसद एवं सहयोगी संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को जयपुर के गोविंद देवजी मंदिर से श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन का शंखनाद किया गया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम संयुक्त भारतीय धर्म संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य राजेश्वर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन अभियान के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा, संयोजक महंत दीपक वल्लभ गोस्वामी, अलबेली माधुरी शरण, महाराज, भक्त कवि डा.केसी परवाल आदि ने भगवान गोविंद देवजी की पूजा-अर्चना कर प्रार्थना की तथा मंदिर के महंत महंत अंजन कुमार गोस्वामी एवं युवाचार्य मानस जी गोस्वामी ने श्री कृष्णम् महाकाव्य एवं आंदोलन के पोस्टर को गोविंद देवजी के चरणों में अर्पित किया एवं लोकार्पित किया।
इस मौके सभी पदाधिकारी एवं सनातनधर्मियों ने संकल्प लिया कि जब तक श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्त नहीं हो जाती है एवं वहां पर भगवान श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। इसके साथ ही आज से जयपुर महानगर के सभी मंदिर-देवालयों में जनसंपर्क अभियान का शुभारंभ किया गया।
आचार्य राजेश्वर के अनुसार इस आंदोलन के तहत द्वारिका से मथुरा तक 4100 किलोमीटर की रथ यात्रा उनके नेतृत्व में निकाली जाएगी। यात्रा आगामी एक सितंबर को द्वारिका से रवाना होकर 21 सितंबर को मथुरा पहुंचेगी।
रथ यात्रा गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली एवं उत्तरप्रदेश इन सात राज्यों में भ्रमण करते हुए तथा नागेश्वर, सोमनाथ, ओंकारेश्वर, त्र्यंबकेश्वर महाकालेश्वर इन पांच ज्योतिर्लिंगों की पूजा कर मथुरा पहुंचेगी। इस यात्रा में एक करोड़ से अधिक लोग प्रत्यक्ष रूप में जुड़ेंगे, यात्रा का 250 से अधिक स्थानों पर स्वागत एवं ठहराव होगा।
यात्रा से पहले इस आंदोलन के तहत आचार्य राजेश्वर एवं संगठन के केंद्रीय पदाधिकारीगण द्वारा देश के 100 शहरों में संपर्क सभाएं होंगी तथा संगठन के संरक्षक भक्त कवि डॉक्टर कैलाश परवाल “सरल” द्वारा रचित श्रीकृष्णम् पर आधारित श्रीकृष्ण की जीवनी पर विशेष उद्बोधन भी होगा।
इसके साथ ही संगठन के 50 प्रदेश अध्यक्षों एवं जिला अध्यक्षों के नेतृत्व में लगभग 7000 जनसंपर्क सभाएं होंगी इस यात्रा का प्रभाव संपूर्ण भारतवर्ष में पड़े इसके लिए भारत के ख्यात नाम संतो के सान्निध्य संरक्षण में यात्रा निकाली जाएगी।
यात्रा के प्रथम चरण में 31 मार्च को जयपुर के चांदपोल हनुमान मंदिर से सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर तक संत महंत पैदल मार्च करेंगे। यात्रा को सफल बनाने के लिए संगठन के पदाधिकारी मिलकर गोवर्धन नाथ की परिक्रमा तथा बृज 84 कोस की परिक्रमा भी करेंगे।