पुष्प प्रदर्शनी ‘पंखुड़ी’ में रंग बिरंगे फूलों से सजा SPCGCA का शेषाद्री गार्डन


आनंदित हुए अजमेर पुलिस अधीक्षक और आमजन
अजमेर। फूलों से प्यारी कोई चीज हो ही नहीं सकती। पुष्प सदैव मन को आकर्षित करते हैं। हमें मुस्कुराने और आनंदित रहने के लिए प्रेरित करते हैं। फूलों के बीच बैठेंगे तो विचारों में सकारात्मकता आएगी। फूल मन को सुकून देते हैं। यह बात पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय (SPCGCA) में दो दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी पंखुडी के समापन समारोह में व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि पुष्प प्रदर्शनी को देख कर ऐसा महसूस हुआ जैसे मुगल गार्डन की सैर कर रहे हों। पुष्प प्रदर्शनी के साथ पुष्पों से जुडी प्रतियोगिताओं का आयोजन निसंदेह प्रकृति को जीवंत करने के समान है। उन्होंने प्रदर्शनी को आमजन के लिए खुला रखने साथ ही प्रकृति की सुंदरता से रूबरू कराने के लिए कालेज के वनस्पति विभाग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों का प्रचार प्रसार होना चाहिए। पुष्प प्रदर्शनी से आम जन तक पर्यावरण शुद्धता के प्रति अच्छा संदेश जाता है।

इससे पहले मुख्य अतिथि विश्नोई, विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक डॉक्टर सुशील कुमार बीस्सू, पुलिस उप अधीक्षक रामचंद्र, प्रोफेसर नारायण लाल गुप्ता समेत अन्य गणमान्यजनों ने कालेज के शेषाद्री उद्यान में लगी पुष्प प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रोफेसर दिलीप गैना ने उन्हें पुष्पों की प्रजातियों के बारे में जानकारी दी।  पुष्प प्रदर्शनी में  बोनसाई, कैक्टस, पुष्प गुच्छ, स्वनिर्मित पुष्प टोकरी आदि की विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्य अतिथि विश्नोई ने पुरस्कृत किया गया।

डॉ मनोज यादव ने बताया कि वनस्पति विभाग की ओर से हर साल मौसम अनुरूप प्रकृति को आह्लादित करने वाले रंग-बिरंगे विभिन्न प्रजातियों के फूलों की प्रदर्शनी लगाई जाती है। इस बार भी काफी दिनों की मेहनत के बाद इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसे सभी ने सराहा है। तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी में 72 से अधिक प्रजातियों के पुष्प प्रदर्शित किए गए।

इस मौके पर आगंतुक अतिथियों व छात्रों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्राचार्य मनोज बेहरवाल ने कहा कि कालेज के इस चहकते महकते गार्डन को संजोने वाले प्राध्यापक व छात्र बधाई के प़ात्र हैं। रंग बिरंगे पुष्पों को देखकर रचनात्मक होने का मन करता है। प्रदर्शनी की खास बात यह है कि यहां प्रदर्शित पुष्प की प्रजाति सामान्यत सहज सुलभ नहीं है। पुष्प प्रदर्शनी निरंतर प्रयास का परिणाम है। कार्यक्रम का संचालन पुष्प प्रदर्शनी के संयोजक प्रोफेसर मनोज यादव ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर मनीष माथुर, प्रोफेसर आदित्य शर्मा, प्रोफेसर संजय तोमर समेत गणमान्यजन उपस्थित थे।

72 किस्म के पुष्पों से सजी प्रदर्शनी

प्रदर्शनी संयोजक प्रोफेसर मनोज यादव ने पुष्प प्रदर्शनी में लगाए गए विभिन्न प्रकार के पुष्पों के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि प्रदर्शनी में 72 किस्म के पुष्प, 40 प्रकार के कैक्टस, बोनसाई, मिनिएचर पादप ट्रे आदि का प्रदर्शन किया गया। गूगल, ग्रीन रोज, सालर, लॉन्ग एवं बोनसाई को दर्शकोंं ने खूब सराहा। पुष्पों की विभिन्न प्रजातियों में सिनेरिया, फ्लोक्स, सालविया, डॉग फ्लावर कैलिफोर्निया पॉपी, वर्बीना गाजानिया, जरबेरा, चाइना रोज, कॉसमॉस, बोगनविलिया, यूफोरबिया, कैब्बेज, साल्विया, मेरीगोल्ड, पेपर फ्लावर्स, मीमुलस, पेटूनिया, जिप्सोफिला, लोबलिया, ब्रिक कॉर्निया, गैलरिया, टिकोमा एस्टर, जीनिया, कैलेंडुला, कैंडी टफ्ट स्वीट पी, कारनेशन, सनफ्लावर मालवा, ब्रायोफिलम, मिनिएचर, स्वीट पी, तंबाकू, लाइनरिया, वायला यूका, वैनेडियम मुख्य थे।

प्रतियोगिताओं में प्रकृति प्रेम की झलक

पंखुड़ी 2024 पुष्प प्रदर्शनी के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। बोनसाई प्रतियोगिता, पुष्प फोटोग्राफी, माला बनाने की प्रतियोगिता, मिनिएचर ट्रे प्रतियोगिता, बेस्ट प्लांट के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। बोनसाई प्रतियोगिता में प्रोफेसर मनोज यादव प्रथम पर तथा प्रोफेसर ज्योति सिंह तृतीय रहीं। फोटोग्राफी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान डा आदित्य शर्मा, द्वितीय ममता मेवाड़ा व ग्रेसी, तृतीय सोनम जांगिड़ व प्रोफेसर अंशु कारेल रहीं। माला प्रतियोगिता में डा ज्योति सिंह ने बाजी मारी। मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक बिश्नोई ने विजेताओं को सम्मानित किया।