शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में कथावाचक आसाराम प्रकरण मामले में सोशल मीडिया पर पीड़िता के पिता का कथित रूप से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पीड़िता के पिता को यह कहते हुए दिखाया गया है कि हमें माफ कर दो, मेरी लड़की ने झूठा आरोप लगाया है। पीड़िता के पिता ने हालांकि इस वीड़ियो काे फर्जी करार दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक व्यक्ति टीवी चैनलों के माइक में कह रहा है कि हम नौ तारीख को जोधपुर गए थे। 10 तारीख को तीन चार हजार की भीड़ में आसाराम बापू ने सत्संग भंडारा में प्रसाद दिया, वहीं वायरल वीडियो में दिखाया गया कि जिस लड़की ने आसाराम बापू पर आरोप लगाया उसके पिता का बयान सामने आया है। वीडियो में नीचे यह भी लिखा है कि हमें माफ करें मेरी लड़की ने झूठा आरोप लगाया है आसाराम बापू पर।
पीड़िता के पिता ने बुधवार को बताया कि आसाराम बापू के अनुयायियों द्वारा हमें नीचा दिखाने के लिए यह प्रोपोगंडा किया जा रहा है। यह हमारा वीडियो नहीं है और न ही हमने ऐसा कोई बयान दिया है वीडियो में जो व्यक्ति पीड़िता का पिता बन कर बात कर रहा है उसका हुलिया तथा आवाज में भी काफी भिन्नता है। उन्होंने कहा कि हमने यह शिकायत पुलिस में दी है वह चाहते हैं कि जिसने फर्जी वीडियो वायरल की है उसके खिलाफ कड़ी करवाई की जाए।
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने आज बताया कि उन्हें जैसे ही मामले की जानकारी हुई उन्होंने तत्काल ही कोतवाली प्रभारी को पीड़िता के घर भेजा जहां पीड़िता के पिता ने लिखित रूप से अवगत कराया की वायरल वीडियो उनका नहीं है। यह एक साजिश के तहत वायरल किया गया है। पुलिस मामले की पूरी तहकीकात कर रही हैं और वायरल वीडियो कहां से वायरल हुआ उसकी भी जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि कथावाचक 81 वर्षीय आसाराम बापू ने 2013 में शाहजहांपुर की एक नाबालिक के साथ अपने जोधपुर आश्रम में दुष्कर्म किया था और उन्हें 2019 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी जिसके बाद से वह जेल में बंद है।