जयपुर। राज्य सरकार ने राजस्थान इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांस्फॉरमेशन एण्ड इनोवेशन ‘रीति’ का गठन किया है। मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष होंगे। रीति का कार्य विभिन्न क्षेत्रों में राज्य के विकास के लिए नीति तैयार कर सुझाव देना होगा।
इसके अतिरिक्त विकसित राजस्थान 2047 का निर्माण तथा नीति निर्धारण, राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की क्रियान्विति की समीक्षा कर उनमें सुधार के लिए सुझाव देना तथा देश-विदेश में सफल नीतियों का अध्ययन कर राज्य में लागू किए जाने के संबंध में सुझाव देना आदि कार्य भी रीति द्वारा किया जाएगा।
आयोजना विभाग के संयुक्त शासन सचिव सुशील कुमार कुलहरी ने बताया कि रीति के उपाध्यक्ष तथा पूर्णकालिक सदस्य का मनोनयन मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा जो ख्याति प्राप्त विषय विशेषज्ञ, लोकसेवक, समाज सेवक अथवा उद्यमी होंगे। इसके अतिरिक्त विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में विभिन्न विषयों से संबंधित प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आयोजना विभाग के प्रशासनिक सचिव, रीति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी होंगे तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी सेवा के संयुक्त शासन सचिव स्तर के अधिकारी इसके अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी होंगे। साथ ही रीति की बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा नामित मंत्री को भी आमंत्रित किया जा सकेगा। कुलहरी ने बताया कि पूर्व में गठित मुख्यमंत्री राजस्थान आर्थिक सुधार सलाहकार परिषद् के स्थान पर रीति का गठन किया गया है।