बदायूं। उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले के सिविल लाइंस क्षेत्र में मंगलवार देर शाम मामूली विवाद में दो मासूम बच्चों की कुल्हाड़ी से हत्या करने का एक आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से दूर है। एक अन्य को पुलिस ने देर रात ही एक सशस्त्र मुठभेड़ में मार गिराया था।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पड़ोसी के दो बच्चों की धारदार हथियार से हत्या करने के बाद भाग रहे साजिद को शेखूपुर के जंगलों में जवाबी फायरिंग के दौरान मार गिराया था जबकि उसका भाई जावेद फरार हो गया था जिसकी तलाश के लिए पुलिस की पांच टीम का गठन किया गया है। जघन्य वारदात के बाद दो समुदायों के बीच उपजे असंतोष के मद्देनजर एहतियात के तौर पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
उन्होने बताया कि बच्चों के पिता विनोद कुमार द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में उल्लेख किया है कि मंगलवार शाम लगभग सात बजे उनके घर के सामने नई की दुकान चलाने वाला साजिद बाईक से उनके घर पहुंचा। उस समय पत्नी संगीता और मां मुन्नी देवी घर पर थी जबकि तीनों बच्चे आयुष, आह्वान और पीयूष तीसरी मंजिल पर थे।
आरोपी साजिद ने संगीता से पांच हजार रुपए उधार मांगे तो वह रुपए लेने घर के अंदर चली गई। इस बीच साजिद बच्चों के पास तीसरी मंजिल पर चला गया और उसने सबसे छोटे बच्चे पियूष को गुटखा लेने भेज दिया। साजिद ने तीसरी मंजिल पर जाकर आयुष और आह्वान पर हमला बोल दिया और उन्हें और उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया।
इसी बीच छोटा बेटा पीयूष जब गुटखा लेकर ऊपर पहुंचा वहां का नजारा देखकर चीखता हुआ नीचे भागा। इस बीच संगीता भी रुपए लेकर आ गई तो देखा कि साजिद हाथ में खून से सना हुआ एक बड़ा छुरा लेकर उपर से नीचे उतर रहा था। शोर मचाने पर आसपास के लोग एकत्रित हो गए और साजिद को पकड़ लिया जबकि उसका भाई जावेद मौके से फरार हो गया।
घटना के एक घंटे बाद ही पुलिस ने थाना सिविल लाइन क्षेत्र के शेखूपुर के जंगलों में आरोपी साजिद को भागते समय ललकारा तो उसने पुलिस पर फायर किया जिस पर जवाबी फायरिंग में साजिद की मौत हो गई। आरोपी साजिद द्वारा की गई फायरिंग में सिविल लाइंस थाने के थाना अध्यक्ष गौरव बिश्नोई के पैर में गोली लगी है जिससे वह घायल हो गए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं।
घटना के विरोध में हिंदूवादी संगठनों ने शहर में आज विरोध प्रदर्शन किया और बाजार बंद करने का प्रयास किया। पुलिस अधीक्षक समेत तमाम अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि दोनों बच्चों का पोस्टमार्टम करा दिया गया है तथा कछला स्थित गंगा घाट पर दोनों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे आरोपी जावेद की गिरफ्तारी के लिए पांच टीम में लगा दी गई है बहुत ही जल्द जावेद को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है मामले की जांच की जा रही है।
घटना का कारण पूछने पर एसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है फिलहाल परिजनों ने जो मुकदमा दर्ज कराया है उसी के आधार पर जांच की जा रही है। घटना के कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहे हैं जो जांच के बाद अथवा जावेद की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था दुरुस्त है किसी भी प्रकार की कोई तनाव की स्थिति नहीं है। पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है और हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं होने दी जाएगी।
पुलिस ने साजिद और जावेद के पिता बाबू और चाचा कयामुद्दीन को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए जाने से पहले साजिद के पिता बाबू ने दोनों बच्चों की हत्या पर अफसोस जताते हुए कहा कि दोनों बच्चों की हत्या बहुत ही दुखद है और उसके बेटे ने जो भी किया उसकी सजा उसे मिल गई और इसका कोई अफसोस नहीं है।
फिलहाल जनपद में तनाव की स्थिति बनी हुई है लोगों में घटना को लेकर बहुत आक्रोश है और घटना का क्या कारण रहा इसको लेकर भी सभी को बहुत उत्सुकता है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और जल्दी ही घटना के कर्म का भी पता चल सकेगा।
प्रयागराज में बुआ ने की दो मासूम भतीजों की हत्या
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के मेजा क्षेत्र में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला ने अपने दो मासूम भतीजो की पीट पीट कर हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि क्षेत्र के हरगढ़ निवासी संजय के दो मासूम बेटे लकी (5) और अवि (3) घर मे सो रहे रहे थे। संजय की बहिन पार्वती ने मंगलवार देर रात दोनों बच्चों को लकड़ी के पटरे से पीट पीट कर घायल कर दिया। परिजन दोनों को अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पार्वती ससुराल में नही रहती है और अपने भाई के घर पर ही रहती है।