चूरू। राजस्थान में चूरू जिले के हमीरवास थाना क्षेत्र के भैंसली गांव में हुई दो मासूम बच्चों एवं एक बुजुर्ग की मौत एवं रहस्यमयी आग लगने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि बुजुर्ग दादी और दोनों बच्चों की हत्या उनके पिता भूप सिंह जाट (32) द्वारा ही जहर देकर की गई थी और सहानुभूति पाने एवं घटना को छुपाने के लिए आरोपी ही सोडियम से घर में आग लगा रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने बताया कि 10 मार्च को थानाधिकारी हमीरवास मदनलाल बिश्नोई को सूचना मिली कि भैंसली निवासी भूप सिंह के मकान में करीब 5-6 दिनों से अज्ञात कारणों से आग लग रही है। सूचना पर वे तुरंत एफएसएल यूनिट प्रभारी के साथ मौके पर पहुंचे। निरीक्षण कर मकान में जली हुई चीजों को जब्त किया गया।
पूछताछ में पता चला कि भूप सिंह की दादी किस्तूरी देवी की 31 जनवरी एवं दो बच्चों 4 वर्षीय गर्वित की 13 फरवरी और 8 वर्षीय अनुराग की 28 फरवरी को सन्दिग्ध परिस्थितियों में एक महीने के दौरान ही मौत हो गई।
अज्ञात वजह से आग लगने की घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। इसी बीच 13 मार्च की सुबह एक बार फिर पशु चारे में आग लग गई। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो भूप सिंह और उसके परिजनों ने टीम पर हमला कर सरकारी गाड़ी में तोड़फोड़ की। पुलिस अधिकारियों व गांव के मौजिज व्यक्तियों की समझाइश के बाद तीनों संदिग्ग्ध मौत के संबंध में मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस ने इन कारणों का पता लगाने के लिए मृतक बच्चे गर्वित के दफनाए गए शव को जमीन से बाहर निकलवा मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया एवं विसरा एफएसएल में परीक्षण के लिए जमा करवाए गए। आसूचना एकत्रित करने के दौरान पुलिस को पता चला की भूप सिंह की मेडिकल की दुकान है और उसने जीएनएम का कोर्स भी कर रखा है। पहले भगवानी देवी अस्पताल राजगढ़ में कंपाउंडर का कार्य करता था।
पुलिस जाब्ता तैनात होने के बाद आग लगना भी बंद हो गई थी। इसी दौरान गर्वित के विसरा रिपोर्ट एफएसएल से प्राप्त हुई, जिसमें बार्बीट्यूरेट ड्रग मिली। भूप सिंह की भूमिका सन्दिग्ध पाए जाने पर राउंडअप कर पूछताछ की गई। पूछताछ में घटना का खुलासा हो गया। इस पर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।