नई दिल्ली। दिल्ली के मंत्री राजकुमार आनंद ने पार्टी में दलितों को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को अपने पद और आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया।
पटेल नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक ने कहा कि हम एक समावेशी समाज में रहते हैं, लेकिन अनुपात के बारे में बात करना गलत नहीं है। ऐसे में मेरे लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल है।
आनंद के इस्तीफ़े के बाद आप ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपाइयों का कोई चरित्र नहीं है। ये लोग केवल पार्टियों को तोड़ने और विपक्षी दलों की सरकार गिराने का काम करते हैं। जब राजकुमार आनंद के यहां प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा था तब यही भाजपा कह रही थी कि राजकुमार आनंद भ्रष्ट हैं। अब कुछ दिनों में भाजपा राजकुमार आनंद को माला पहनाकर शामिल करेगी तो चाल, चरित्र और चेहरे वाली बात मत कहना। भाजपाइयों अपने मुंह पर कालिख लगाकर घूमना।