हुबली। कर्नाटक के बीवीबी कॉलेज परिसर के अंदर 23 वर्षीय मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) की छात्रा नेहा हीरेमथ की हत्या से राज्य में राजनीतिक हलचल पैदा हो गई है। इस घटना के बाद विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बीच ‘लव जिहाद’ के विवादास्पद मुद्दे पर तीखी बहस छिड़ गई है।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक नेहा पर गुरुवार को उसके एक परिचित फैयाज ने जानलेवा हमला किया। फुटेज में फयाज को घटनास्थल से भागने से पहले नेहा पर कई बार चाकू हमला करते हुए देखा गया। तत्काल चिकित्सा सहायता के बावजूद नेहा ने दम तोड़ दिया। हालांकि, बाद में फैयाज को पुलिस ने पकड़ लिया।
पीड़िता के पिता निरंजन हिरेमथ ने खुलासा किया कि फैयाज ने पहले नेहा को प्रपोज किया था। हिरेमथ ने कहा कि उन्होंने जातिगत मतभेदों के कारण उसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, जिससे वह नाराज हो गया और इस घटना को अंजाम दिया। हिरेमथ ने बताया कि उन्होंने फैयाज को नेहा का पीछा करने के खिलाफ चेतावनी भी दी थी।
भाजपा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना ‘लव जिहाद’ की संलिप्तता को दर्शाती है। कांग्रेस सरकार के तहत कानून और व्यवस्था की कमी स्पष्ट है।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने ‘लव जिहाद’ के आरोपों का खंडन किया और कहा कि नेहा और फैयाज के रिश्ते समय के साथ खराब हो गए थे। परमेश्वर ने टिप्पणी की कि हत्या के पीछे का मकसद सांप्रदायिक के बजाय व्यक्तिगत प्रतीत होता है।
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भाजपा पर भय फैलाने और राज्य को अस्थिर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में मजबूत कानून व्यवस्था है। जनता के विश्वास को कमजोर करने की भाजपा की कोशिशें निराधार हैं।
भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) ने नेहा के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया है। हुबली में हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए, सड़कें जाम कर दीं और कॉलेज बंद करने का आह्वान किया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शांति की अपील की और जनता को गहन जांच का आश्वासन दिया। सिद्दारमैया ने कहा कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मैंने पुलिस को कड़ी जांच करने का निर्देश दिया है।