नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन न मिले इसलिए जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और तिहाड़ प्रशासन अदालत को गुमराह कर रही है।
आप की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने सोमवार को कहा कि केजरीवाल को इंसुलिन न मिले इसलिए ईडी और तिहाड़ प्रशासन अदालत को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की ईडी और जेल प्रशासन ने अदालत में कहा कि उन्होंने केजरीवाल को एम्स के डॉक्टर को दिखाया जो सरासर झूठ है। ईडी और तिहाड़ प्रशासन द्वारा अदालत में पेश होने तक केजरीवाल का एम्स के किसी डायबटीज़ विशेषज्ञ से परामर्श नहीं लिया गया।
सुश्री आतिशी ने कहा कि 30 साल से गंभीर डायबटीज़ के मरीज की इन्सुलिन रोकने के लिए एम्स के एक सामान्य से डाइट चार्ट को अदालत में आधार बनाया गया। उन्होंने ईडी-तिहाड़ प्रशासन अदालत और पूरे देश को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। केजरीवाल अपने डॉक्टर से बात न कर सके, इन्सुलिन न ले सके इसलिए यह पूरा षड्यंत्र रचा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ईडी और तिहाड़ प्रशासन द्वारा अदालत में कहा गया था कि उन्होंने एम्स के डॉक्टरों से संपर्क किया, लेकिन हक़ीक़त यह है कि उन्होंने एम्स के किसी भी डॉक्टर से संपर्क नहीं किया। दुनियाभर में कोई भी डॉक्टर ऐसा नहीं होगा जो कहेगा कि ब्लड शुगर के 300 के पार पहुंचने के बाद बिना इन्सुलिन के उसे नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अदालत को गुमराह करने की कोशिश की जाती है, एम्स के डॉक्टरों का हवाला दिया जाता है और भाजपा कहती है कि केजरीवाल को इंसुलिन की ज़रूरत नहीं है।