अजमेर। अढाई दिन का झोंपडा अवलोकन के एक दिन बाद जैनाचार्य सुनील सागर जी महाराज दिगम्बर सन्तों जैन संघ श्रावक-श्राविकाओं, विश्व हिन्दू परिषद व सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ सुबह 8 बजे छोटा घड़ा नसीया जी से नया बाजार स्थित ऐतिहासिक किला संग्रहालय मैगजीन पहुंचे।
महाराज ने सबसे पहले जहांगीर द्वारा अंग्रेज अफसर सर टामस रो को जिस झरोखे से भारत में व्यापार करने की अनुमति दी गई उसका अवलोकन किया। हल्दीघाटी युद्ध की अकबर द्वारा बनाई गई योजना स्थल के साथ साथ अनेकों देवी देवताओं, तीर्थंकरों की अति प्राचीन मूर्तियों, ईसा पूर्व भारतीय मुद्रा, अस्त्र-शस्त्र, वस्त्र, आदि देख कर महाराज ने हमारी अति प्राचीन सांस्कृतिक धरोहरों, विरासतों द्वारा युवा पीढ़ी को संस्कारवान, चरित्र वान, शौर्य वान बनाने पर बल दिया।
इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त सह मंत्री एडवोकेट शशि प्रकाश इन्दोरिया, विनीत जैन, सुनील दत्त जैन, राजेन्द्र लालवानी, धनेश गोयल, जितेन्द्र सिंह रूण्डल, रोहित यादव सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। अन्त में संग्रहालय प्रभारी और उनकी पूरी टीम का आभार व्यक्त किया गया। महाराज ने सरावगी मोहल्ला व आसपास के अति प्राचीन जैन मंदिरों का भी अवलोकन किया।
मुस्लिम आक्रांताओं के मजहबी उन्माद का साक्षी अढ़ाई दिन का झोपड़ा