वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से नामांकन की पूर्व संध्या पर सोमवार को रोड शो निकाला। महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण से शुरू हुआ वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी का रोड शो विकास रथ पर निकला, जिस पर मोदी संग महाराज योगी आदित्यनाथ व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह सवार रहे। मोदी-योगी की जोड़ी का मैजिक समूची वाराणसी में दिखा। इस बीच हर हर महादेव और जयश्रीराम की जयकारे जम कर लगे।
शाम पांच बजे काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना रोड शो प्रारंभ किया। लगभग ढाई घण्टे से अधिक का रोड शो काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर समाप्त हुआ। पूरे रोड शो के दौरान उनके विजय रथ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सवार रहे।
एक तरफ रोड शो में जहां लघु भारत और उत्तर प्रदेश की संस्कृतियों की झलक दिखी, वहीं पांच किलोमीटर लंबे इस रोड शो में शंखनाद, डमरू का निनाद, रास्ते में बने मंचों पर राम दरबार, शिव परिवार का स्वरूप दिखाते कलाकारों ने अपने-अपने रंग से अपने मोदी का स्वागत किया। लगभग 100 के आसपास बने मंचों पर कलाकारों का नृत्य व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां मन मोह रही थीं।
रोड शो के शुरुआत में ही पाणिनी कन्या महाविद्यालय की वेद पाठी छात्राओं ने मंत्रोच्चार किया। विकास रथ के आगे मातृशक्ति का समूह चल रहा था। पूरे रास्ते तिल रखने तक की जगह नहीं थी। हर कोई नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की एक झलक पाने को आतुर दिखा। दोनों नेताओं ने हाथ हिलाकर, हाथ जोड़कर समूची काशी का अभिवादन भी किया।
यह पहला अवसर है, जब प्रधानमंत्री अपनी मां के साक्षात आशीर्वाद के बिन नामांकन करेंगे। लेकिन यह विश्वास है कि लाखों माताओं-बहनों का आशीर्वाद उनके साथ है। इसी आशीर्वाद की बदौलत वे न सिर्फ काशी में नया इतिहास लिखेंगे, बल्कि अबकी बार-400 पार कर नए भारत का पुनः नेतृत्व करेंगे।
रोड शो में मोदी की भावनाओं का सम्मान करते हुए हजारों लोग मोदी का परिवार लिखा वस्त्र पहने दिखे तो हमार काशी-हमार मोदी के जरिए भी प्रधानमंत्री से अपना लगाव प्रकट किया। सड़क के दोनों तरफ, घरों की छतों से बच्चे, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग सभी ने पुष्पवर्षा कर मोदी का स्वागत किया। छतों से लोग मोदी की आरती भी उतारते दिखे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में पूरी काशी भगवामय रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं केसरिया रंग का कुर्ता पहने रहे तो उनके बगल में योगी आदित्यनाथ भगवा कपड़े में दिखे। केसरिया वाहन पर दोनों नेता सवार रहे तो पीले गेंदे की माला इसमें चार चांद लगा रही थी।
पूरे रास्ते जहां महिलाएं भगवा रंग में रहीं तो केसरिया साफा, टोपी और केसरिया गमछा डाले लोग भी काशी की सड़कों पर दिखा। जहां तक नजर गई, सड़कें भगवा और भाजपा के झंडे से सजी दिखीं। भगवा गुब्बारा और भगवा कपड़ों से रास्ते अलग ही अनुभूति का आनंद करा रहे थे। मोदी भी गले में गमछा डाल काशी की स्टाइल में दिखे।
यूं तो अविनाशी काशी का अलग ही रंग है। सुबह-ए-बनारस के लिए प्रसिद्ध काशी का विहंगम दृश्य सोमवार शाम को भी अद्भुत दिखा। शाम पांच बजे रोड शो काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार से निकला रोड शो अस्सी, सोनारपुरा, बंगाली टोला, मदनपुरा, जंगम बाड़ी, गोदौलिया, बांसफाटक होते हुए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तक रोड शो गया। लगभग ढाई घंटे से अधिक के रोड शो में लाखों लोग मौजूद रहे। इस दौरान सड़कों पर नरेंद्र मोदी के कटआउट लगे रहे। रास्ते में काशी के पुराने और विकास के नए दृश्य भी दिखे।
प्रधानमंत्री का रोड शो काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर समाप्त हुआ। यहां सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में उन्होंने पूजन-अर्चन कर बाबा का आशीर्वाद लिया। पूजन के उपरांत प्रधानमंत्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को नन्दी की प्रतिमा भेंट की। इस अवसर पर भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मौजूद रहे।