मिनिस्ट्री मिलती है तो फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने के बारे में सोच सकती हूं : कंगना रनौत

मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत आए दिन अपनी बयानबाजी को लेकर चर्चा में रहती हैं। कंगना मंडी में युद्ध स्तर पर चुनाव प्रचार कर रही हैं।

कंगना ने पहली बार पत्रकारों से भी बातचीत में कहा कि यदि उन्हें पार्टी में कोई राष्ट्रीय स्तर का पद या मिनिस्ट्री मिलती है तो वह इंडस्ट्री छोड़ने के बारे में सोच सकती हैं। लेकिन अभी तो सिर्फ मंडी के ही विकास के बारे में सोच रही हूं। मेरे बहुत से प्रोजेक्ट्स पेंडिंग है। मेरी अगली फिल्म इमरजेंसी आने वाली है। कई ऐसी फ़िल्में है जिन्हे में अधूरा छोड़ कर आई हूं लेकिन मेरे लिए यह रोल भी महत्त्वपूर्ण है।

कंगना का कहना है कि मुझे लगता है कि मुझे जो इतने सारे पुरस्कार मिले हैं, चाहे वह राष्ट्रीय पुरस्कार हों या पद्मश्री, अगर आने वाले समय में मुझे एमपी ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिलेगा, तो मुझे बहुत खुशी होगी। हमारी पार्टी में, हमारे वादों, मोदी की गारंटी को बहुत गंभीरता से लिया जाता है, मुझे नहीं लगता कि अन्य पार्टियों में इस तरह के सख्त प्रोटोकॉल हैं जो हमारे पास हैं।

कंगना ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के उस बयान पर भी कटाक्ष किया जिसमें सुक्खू ने कहा था कि कंगना यहां दो महीनों की शूटिंग के लिए आई है। उन्होंने कहा कि यह बयान सुक्खू और कांग्रेस की महिला विरोधी सोच को दर्शाता है। भाजपा ने महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया और अब लोकसभा व विधानसभा में भी 33 प्रतिशत आरक्षण दे रही है लेकिन कांग्रेस सिर्फ परिवारों को ही बढ़ावा दे रही हैं। आज भी मंडी से परिवार विशेष को ही टिकट दिया गया है।

उन्होंने सुक्खू से पूछा कि क्या कांग्रेस में परिवार के सिवाय और कोई बचा ही नहीं है जिसे चुनाव लड़ने का मौका मिल सके। यह तो वह चर्चित चेहरा हैं इसलिए भाजपा ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस में कोई भी साधारण व्यक्ति इनकी ताकत के आगे टिक नहीं पाता। कंगना ने कांग्रेस प्रत्याशी व मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भी जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को उनकी बातें समझने के लिए अभी कई जन्म लेने पड़ेंगे।