चित्तौड़गढ़़ में 15000 रुपए रिश्वत लेते थाना प्रभारी सहित 3 अरेस्ट

चित्तौड़गढ़़। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर थानाधिकारी रविन्द्र सेन, एक सिपाही और दलाल को 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

ब्यूरो की चित्तौड़गढ़ चौकी प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सिंह सांदू ने बताया कि गत दिनों भदेसर थानाधिकारी ने एक व्यक्ति को शांति भंग के मामले में पकड़ा था जिसके साथ मारपीट नहीं करने एवं जल्द पेश करने की एवज में रविन्द्र सेन ने सिपाही सुरेश विश्नोई के मार्फत पंद्रह हजार रुपए की रिश्वत गिरफ्तार व्यक्ति के मित्र से मांगी।

उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत परिवादी ने ब्यूरो की चित्तौड़गढ़ चौकी में की। इस पर ब्यूराे के दल ने सत्यापन के बाद जाल बिछाकर दलाल कैलाश और सिपाही सुरेश विश्नोइ को एक होटल में परिवादी से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। दोनों ने उक्त रिश्वत राशि थानाधिकारी रविन्द्र सेन के कहने पर लिए जाने का बयान दिया जिस पर थानाधिकारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों को उदयपुर स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा।

पूर्व विधायक राजेंद्र बिधूड़ी के खिलाफ अपहरण एवं मारपीट का मामला दर्ज

चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार थाने में तीन साल पहले के चर्चित अपहरण एवं मारपीट के मामले में इस्तगासे के जरिये पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भीलवाड़ा निवासी सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूरन सिंह भाटी ने न्यायालय से जारी इस्तगासे के आधार पर मंगलवार को मामला दर्ज करवाते हुए कहा कि 21 अगस्त 2021 को गंगरार स्थित भीलवाड़ा के उद्योगपति मानसिंहका ग्रुप की बंद पड़ी काटन मिल पर वह ग्रुप के सुरक्षा अधिकारी के तौर पर चारदीवारी करवा रहे थे, इसी दौरान कुछ लोगों द्वारा उन्हें जबरन गंगरार थाने पर ले जाया गया जहां बिधूड़ी ने उनसे मारपीट करते हुए उक्त जमीन पर काम बंद करने की चेतावनी दी। घटना को लेकर सेवानिवृत्त पुलिस कर्मचारी संघ ने तब यहां प्रदर्शन भी किया और ज्ञापन भी दिए थे। पुलिस अब मामला दर्ज करके जांच कर रही है।