मुंबई। नवी मुंबई पुलिस ने शनिवार को दावा किया कि उसने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की हत्या की साजिश रचने के आरोप में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि गिरोह ने महाराष्ट्र के पनवेल में इस साल की शुरुआत में सलमान के फार्महाउस के समीप उनकी कार रोककर उन पर एके-47 राइफलों से गोलीबारी कर हत्या की साजिश रची थी।
आरोपियों की पहचान धनंजय तपसिंह उर्फ अजय कश्यप, गौरव भाटिया उर्फ नाहवी, वस्पी खान उर्फ वसीम चिकना और रिजवान खान उर्फ जावेद खान के रूप में की गयी है। आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस उपायुक्त विवेक पनसारे ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चार लोगों ने अभिनेता के फार्महाउस और बांद्रा के पश्चिमी उपनगर में उनके घर की रेकी की थी, जहां मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने अप्रैल में गोलीबारी भी की थी।
उन्होंने कहा कि नाकाम योजना में लगभग 20-25 लोग शामिल थे। ये चारों लोग अप्रैल में हुई गोलीबारी से पहले भी पनवेल में अलग-अलग जगहों पर ठहरे हुए थे। अजय कश्यप सभी के साथ समन्वय कर रहा था। उसके पास कथित साजिश में उपयोग किए जाने वाले हथियारों के बारे में भी जानकारी थी। उन्होंने भागने की योजना पर भी चर्चा की थी।
इस बीच, पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन से वीडियो भी बरामद किए हैं, जिसके माध्यम से उन्हें एके-47 राइफलों के अलावा अन्य हथियारों से भी सलमान खान पर हमला करने के निर्देश दिए गए थे।
पूछताछ के दौरान कश्यप ने खुलासा किया कि वह कथित अपराध को अंजाम देने के लिए एम-16, एके-47 और एके-92 राइफलें खरीदने के लिए पाकिस्तान में डोगा नामक एक हथियार डीलर के संपर्क में था। पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में पूछे जाने पर पनसारे ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं। इस सिलसिले में कुछ और लोगों की तलाश है। पुलिस की 16 सदस्यीय टीम अक्टूबर 2023 से इस मामले पर काम कर रही है।
नवी मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया कि उन्हें जानकारी प्राप्त हुई थी कि लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा गैंग के लगभग 60 से 70 गुर्गों को मुंबई, ठाणे, पुणे, नवी मुंबई, रायगढ़, गुजरात से सलमान खान की शूटिंग लोकेशन, घर और फार्महाउस की रेकी करने के लिए रखा गया था। पुलिस ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेता पर हमला करने के लिए नाबालिगों का उपयोग करने की योजना थी, जिसके बाद अपराधियों ने कन्याकुमारी से नाव द्वारा श्रीलंका भागने की योजना बनाई थी।