राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन फिर सत्तासीन
मोदी की प्रधानमंत्री के रूप में तीसरी पारी शुरू
अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी बने राज्यमंत्री
3 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री, 36 राज्य मंत्री
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का रविवार को लगातार तीसरी बार राज्यारोहण हुआ जिसमें पिछली सरकार के अधिकांश वरिष्ठ मंत्रियों को स्थान देने के साथ राजग के घटक दलों के सात नए चेहरों को जगह दी गई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रविवार शाम आयोजित एक भव्य समारोह में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के 71 सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल में जम्मू कश्मीर से लेकर केरल तथा गुजरात से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को स्थान दिया गया है।
नई मंत्रिपरिषद में तीस कैबिनेट, पांच स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री रखे गये हैं। मोदी 1962 के बाद ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाबी पाई है। मंत्रिमंडल में भाजपा के चार वरिष्ठ नेताओं राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अमित शाह और जगत प्रकाश नड्डा को शपथ दिलाई गई है जो पार्टी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति से नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के बाद मीडिया से बातचीत में संकेत दे दिया था कि उनकी तीसरी टीम में अनुभवी साथियों को बरकरार रखा जाएगा। नई सरकार में तेलुगु देशम पार्टी और जनता दल यूनाइटेड को एक एक कैबिनेट और एक एक राज्य मंत्री का पद दिया गया है। जनता दल सेकुलर के प्रमुख एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी तथा हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा के नेता एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के किसी भी नेता को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। सूत्रों के अनुसार राकांपा के अंदर की असहमतियों के कारण कोई नाम तय नहीं हो पाया। नई मंत्रिपरिषद में पिछली सरकार में मंत्री रहे 21 नाम नहीं हैं जिनमें अनुराग सिंह ठाकुर, स्मृति ईरानी, पुरषोत्तम रूपाला, राजीव चंद्रशेखर, नारायण राणे, साध्वी निरंजन ज्योति, महेन्द्र नाथ पांडेय, जनरल वीके सिंह, अश्विनी चौबे, अर्जुन मुंडा, अजय मिश्रा टेनी और आरके सिंह प्रमुख हैं। चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आए रवनीत सिंह बिट्टू को आनंदपुर साहिब सीट से पराजित होने के बावजूद मंत्रिपरिषद में स्थान दिया गया है।
मंत्रिपरिषद में हरियाणा से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित तीन मंत्री बनाए गए हैं। जबकि पूर्वी दिल्ली से निर्वाचित हर्ष मल्होत्रा को भी राज्य मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। केरल की त्रिशूर सीट से निर्वाचित अभिनेता सुरेश गोपी तथा केरल भाजपा के महासचिव जार्ज कुरियन को राज्य मंत्री बनाया गया है। तेलंगाना प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष बंडी संजय कुमार को भी राज्यमंत्री बनाया गया है।
इससे पहले मोदी ने आयोजन स्थल पर पहुंचते ही हाथ जोड़कर तथा झुककर उपस्थित लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। शपथ लेने के लिए जैसे ही मोदी का नाम पुकारा गया तो उपस्थित जनसमुदाय की हर्षध्वनि पूरे राष्ट्रपति भवन प्रांगण में गूंज गई। जनसमुदाय में अपने अपने क्षेत्र के मंत्रियों के शपथ लेने में लोगों का हर्षध्वनि से अभिनंदन करते रहे।
इस मौके पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधान न्यायाधीश डीवाई चन्द्रचूड़, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोब्गे, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उप राष्ट्रपति अहमद अफीफ और माॅरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ, राजनयिक एवं अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। करीब पौने तीन घंटे बाद शपथ ग्रहण कार्यक्रम समाप्त होने के बाद विदेशी मेहमान राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजकीय भोज में शामिल हुए।
राजग ने 18वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में 293 सीट जीतकर लगातार तीसरी बार बहुमत हासिल किया है हालाकि इस बार भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है और उसे 240 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है।
ये बने केबिनेट मंत्री
शपथ लेने वाले केबिनेट मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जगत प्रकाश नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, डाॅ एस जयशंकर, मनोहर लाल, एचडी कुमारस्वामी, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, जीतन राम मांझाी, राजीव रंजन सिंह, सर्वानंद सोनोवाल,वीरेन्द्र कुमार, राम मोहन नायडू, प्रह्लाद जोशी, जुएल ओरांव, गिरिराज सिंह, अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेन्द्र यादव, गजेन्द्र सिंह शेखावत, अन्नपूर्णा देवी, किरेन रिजिजू, हरदीप सिंह पुरी, डा मनसुख मांडविया, जी किशन रेड्डी, चिराग पासवान, सीआर पाटिल शामिल हैं।
इनको मिला स्वतंत्र प्रभार
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ लेने वालों में राव इंद्रजीत सिंह, जितेन्द्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, प्रतापराव गणपत राव जाधव और जयंत चौधरी शामिल हैं।
इनको बनाया राज्य मंत्री
राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में जितिन प्रसाद, श्रीपद यशो नाइक, पंकज चौधरी, कृष्णपाल, रामदास अठावले, रामनाथ ठाकुर, नित्यानंद राय, अनुप्रिया पटेल, वी सोमन्ना, डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी, प्रो. एसपी सिंह बघेल, शोभा करंदलाजे, कीर्तिवर्धन सिंह, बीएल वर्मा, शांतनु ठाकुर, सुरेश गोपी, डॉ. एल मुरुगन, अजय टम्टा, बंडी संजय कुमार, कमलेश पासवान, भागीरथ चौधरी, सतीश चंद्र दुबे, संजय सेठ, रवनीत सिंह बिट्टू, दुर्गादास उइके, रक्षा खडसे, सुकांत मजूमदार, सावित्री ठाकुर, तोखन साहू, राजभूषण चौधरी, भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा, हर्ष मल्होत्रा, नीमूबेन बम्भानिया, मुरलीधर मोहोल, जॉर्ज कुरियन और पबित्र मार्गरेटा हैं।
स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर समेत इनको मंत्रिमंडल में नहीं मिली जगह
प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार शपथ ली, लेकिन पिछली सरकार के कई अहम मंत्रियों को इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। जिनमें अनुराग ठाकुर और स्मृति ईरानी भी शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव जीतने बाद भी मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में नारायण राणे, अनुराग ठाकुर, पुरुषोत्तम रूपाला को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है, जबकि कैबिनेट में जगह नहीं पाने वालों में अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, आरके सिंह, महेंद्र नाथ पांडेय का भी नाम है जो चुनाव हार गए हैं।
पिछली सरकार में राज्य मंत्री रहे अश्विनी कुमार चौबे, जनरल वीके सिंह, साध्वी निरंजन ज्योति, संजीव बालियान, राजीव चंद्रशेखर, दर्शना जरदोश, वी मुरलीधरन और मीनाक्षी लेखी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। इसके अलावा अजय मिश्रा टेनी, सुभाष सरकार, जॉन बराला और निशीथ प्रमाणिक को भी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है।
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