पेट्रोल पंप के शौचालय ‘पब्लिक टॉयलेट’ नहीं

पेसो ने लगाई रोक, पेट्रोल पंप मालिकों को बड़ी राहत
सन्तोष खाचरियावास
अजमेर। अगर आप किसी पेट्रोल पंप पर टॉयलेट यूज करने जा रहे हैं तो ठहरिए। आप वहां ग्राहक की हैसियत से नहीं आए हैं तो पेट्रोल पम्पकर्मी आपको टॉयलेट का इस्तेमाल करने से रोक सकते हैं। पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) यानी पेसो ने
स्पष्ट कर दिया है कि पेट्रोल पंपों पर बने शौचालय सार्वजनिक उपयोग के लिए नहीं है। यह सुविधा केवल ग्राहकों के लिए है। इस आदेश के बाद पेट्रोल पंप संचालकों ने राहत की सांस ली है।

पेट्रोल पंपों पर शुद्ध शीतल पेयजल, शौचालय, हवा भरने और इमरजेंसी में लैंडलाइन टेलीफोन करने की फ्री सुविधा मुहैया कराना पम्प संचालकों के लिए अनिवार्य है। इनमें से किसी भी सुविधा में कमी पाए जाने पर पेट्रोलियम कम्पनी पम्प संचालक पर जुर्माना करती है।

इसलिए उठा विवाद

पिछले दिनों पुणे नगर निगम (पीएमसी) ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देशित किया कि वे अपने पम्प पर स्वच्छ भारत अभियान के हिस्से के रूप में अपने पंपों पर सार्वजनिक शौचालयों के संकेतक लगाएं ताकि राह चलते लोग सहजता से उनका उपयोग कर सकें। इसी तरह मुंबई की बीएमसी ने भी दबाव बनाया कि सभी पेट्रोल पंप वॉशरूम को सार्वजनिक शौचालय घोषित किया जाएगा।

इस आदेश को लेकर डीलर और अधिकारी आमने-सामने थे, क्योंकि डीलरों का मानना ​​था कि इससे सुरक्षा से समझौता हो जाएगा। ऐसे ही मामले में आंध्र प्रदेश की पेट्रोलियम एसोसिएशन ने भी पेसो का दरवाजा खटखटाया। पेसो ने इसका जवाब देते हुए जनता द्वारा पेट्रोल पंपों पर शौचालयों के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया है। पेसो ने अपने जवाब में बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले का भी हवाला दिया है।

तीन महीने पहले बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस ऋषद चागला ने बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के खिलाफ आदेश पारित किया। उसमें स्पष्ट किया कि पेट्रोल पंप स्थित शौचालय सार्वजनिक नहीं हैं। उच्च न्यायालय ने पर्याप्त शौचालयों के निर्माण की अपनी ज़िम्मेदारी को टालने की कोशिश के लिए सरकार को फटकार भी लगाई थी।

उधर, ऑल इंडिया पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के प्रवक्ता अली दारूवाला ने कहा कि पेट्रोल पंप संवेदनशील क्षेत्र हैं। बाहरी लोग शौचालय के अंदर या बाहर धूम्रपान कर सकते हैं और माचिस की तीलियाँ जला सकते हैं। सुरक्षा कर्मियों की आवश्यकता होगी। चौबीसों घंटे शौचालयों की निगरानी करना डीलरों के लिए संभव नहीं है।

केवल ग्राहकों के लिए सुविधा

पेसो के बयान में कहा गया है कि पेट्रोलियम खुदरा दुकानों में शौचालय उपलब्ध कराने का मूल उद्देश्य केवल उन ग्राहकों के लिए है जो अपने वाहनों में ईंधन भरवाने आते हैं और लाइसेंसधारी से चाबी लेने के बाद आपात स्थिति में सुविधा का उपयोग करते हैं।