बारबाडोस। भारत को दूसरा टी-20 विश्वकप खिताब दिलाने वाले टीम के कप्तान रोहित शर्मा, रन मशीन विराट कोहली के बाद ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने भी अंतरराष्ट्रीय टी-20 से संन्यास ले लिया है।
जडेजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट के जरिए टी-20 को अलविदा कहा। उन्होंने लिखा कि (आप सभी का) पूरे दिल से आभार व्यक्त करते हुए, मैं टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहता हूं। पूरे गर्व के साथ सरपट दौड़ते हुए एक अडिग घोड़े की तरह, मैंने हमेशा अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया है और अन्य प्रारूपों में भी ऐसा करना जारी रखूंगा। इतनी सारी यादों, उत्साहवर्धन और आपके समर्थन के लिए तहे दिल से शुक्रिया।
जाडेजा 74 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के बाद संन्यास लिया हैं। शनिवार को सम्पन्न हुए विश्व कप की पांच पारियों में उन्होंने केवल 22 गेंदों का सामना किया और 35 रन बनाए। साथ ही गेंदबाजी में उन्होंने 14 ओवर में 7.57 की इकॉनॉमी रेट से एक विकेट लिया। सभी टी-20 मैच में जाडेजा ने 127.16 की इकॉनमी से कुल 515 रन बनाए और 7.13 की इकॉनमी से 54 विकेट लिए। वह टेस्ट और एकदिवसीय प्रारुप में खेलना जारी रखेंगे। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंड क्षेत्ररक्षकों में से एक है।
विश्वकप फाइनल जीतने के बाद पत्रकारों से बातचीत मे रोहित ने कहा कि यह मेरा भी आखिरी टी-20 मैच था। इस प्रारूप को अलविदा कहने का इससे बेहतर लम्हा नहीं है। मैंने हर लम्हे का आनंद लिया है। मेरे करियर की शुरुआत ही इस प्रारूप के साथ हुई थी। मैं बस इस कप को जीतना चाहता था।
उन्होंने कहा कि मैं सच में इस कप को जीतना चाहता था। इसको शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह मेरे लिए बहुत भावुक पल है। मैं अपने करियर में सच में इस खिताब को चाहता था। मैं खुश हूं कि हम लाइन को पार कर पाए हैं।
रोहित ने अपने टी-20 करियर में 159 मैचों में सबसे अधिक पांच शतक, 32 अर्धशतक के साथ 32.05 की औसत से 4231 रन बनाए हैं और 140.89 के स्ट्राइक रेट से 4231 रन बनाए। उन्होंने उन्होंने अपने करियर में दो आईसीसी टूर्नामेंट जीते। इससे पहले वह 2007 टी-20 विश्वकप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे और उन्होंने इस बार बतौर कप्तान यह खिताब जीता है। इससे कुछ देर पहले विराट कोहली ने भी पत्रकारा वार्ता के दौरान टी-20 से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा यह उनका आखिरी टी-20 विश्वकप था।
भारत ने शनिवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को आईसीसी टी-20 विश्वकप के रोमांचक फाइनल में सात रन से हरा दिया। कोहली ने इस अहम मुकाबले में 76 रन का योगदान दिया जो आखिर में टीम की जीत का कारक बना। विश्वकप की जीत के बाद भावुक विराट ने कहा कि यह मेरा आखिरी टी-20 विश्वकप था। मै इससे पहले छह टी-20 विश्वकप में खेल चुका हूं। अब वक्त आ गया है जब नयी प्रतिभाओं को मौका मिले। मैने खेल का भरपूर आनंद लिया और यह लम्हा मेरी जिंदगी के लिये यादगार रहेगा। उन्होंने कहा कि इस जीत के लिये टीम का हर सदस्य बराबर का हकदार है। सभी ने बेहतरीन खेल दिखाया जिसके चलते भारत यह विश्वकप अपने नाम कर सका।
जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली एक दूसरे के गले लग कर रो पड़े। हार्दिक पांड्या, सूर्य कुमार यादव, ऋषभ पंत समेत हर भारतीय खिलाड़ी की नम थी मगर यह खुशी के आंसू थे। कमेंटरी बाक्स में भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज इरफान पठान भी फूट फूट कर रोये। उन्होंने कहा कि रोहित की टीम ने आज कमाल कर दिया। वह इस टीम के शुक्रगुजार हमेशा रहेंगे जिन्होंंने उनका सपना साकार कर दिया।
ICC T20 World Cup : 17 साल बाद भारत बना फिर बना T20 का शहंशाह