पण्जी। आज अनेक जन-प्रतिनिधि चुने जाने से पहले स्वयं को हिन्दुत्वनिष्ठ दर्शाते हैं; लेकिन सत्ता की कुर्सी पाने के बाद वे धर्मनिरपेक्ष हो जाते हैं। ऐसे जन प्रतिनिधि हिन्दू राष्ट्र या हिन्दुत्व के लिए कुछ नहीं करेंगे। धर्मनिरपेक्ष नेता हिन्दू राष्ट्र की मांग का विरोध करेंगे। इसलिए कम से कम 50 हिन्दुत्वनिष्ठ सांसदों का चुनाव करना जरूरी है, जो संसद में हिन्दू राष्ट्र की मांग करेंगे, ऐसा स्पष्ट आवाहन तेलंगाना राज्य के गोशामहल के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी राजासिंह ने गोवा में वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में हिन्दू राष्ट्र हेतु सर्वस्व का त्याग करना आवश्यक है पर बोलते हुए कहा।
विधायक टी. राजसिंह ने कहा कि तेलंगाना में कई जिलों में अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र हैं परंतु राम नवमी के दौरान लाखों हिन्दू भगवा झंडे लेकर निकलते हैं। इसलिए वहां के मुख्यमंत्री को भी हमारे बारे में सोचना पडता है। जब से भारत आज़ाद हुआ है तभी से देश का इस्लामीकरण करने की साजिश चल रही है। प्रशासन में बड़े-बड़े अधिकारी और नेता हिन्दुत्व के विरोधी हैं। इसलिए उनके द्वारा हिन्दुत्वनिष्ठों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
इसका उत्तर देने के लिए हिन्दुत्वनिष्ठ युवाओं को अच्छी शिक्षा के साथ उच्च पदों पर पहुंचने में सहायता करें, ताकि वे हिन्दू राष्ट्र की स्थापना में योगदान दे सकें। आने वाला समय कठिन है। यदि आप हिन्दू राष्ट्र या धर्म का कार्य करना चाहते हैं, तो आप डरेंगे नहीं। संतों ने कहा है कि साधना से इस माहौल को बदला जा सकता है। अतः अखण्ड हिन्दू राष्ट्र के लिए साधना आवश्यक है।
हमारे इतिहास में गुरु गोबिंद सिंह, छत्रपति संभाजी महाराज, स्वतंत्रतावीर. सावरकर के बलिदान के कारण ही हम आज भारत में रहते हैं; लेकिन आज के नेता अपने बच्चों को हिन्दुत्व नहीं पढ़ाते, बल्कि अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने के लिए भेजते हैं। मेरे 3 बच्चे हैं, मैंने उनमें अपना जैसा ही धर्माभिमान पैदा करने की कोशिश की है। मेरे जितने मित्र हैं, शत्रुओं की संख्या भी उतनी ही अधिक है। उनकी ओर से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इसलिए कल मेरे एक पुत्र को इस धर्मकार्य के लिए बलिदान देना पडे, तब भी अन्य 2 पुत्र भी धर्म के लिए लड़ने के लिए तैयार हैं। मैं तब तक नहीं रुकूंगा, जब तक हिन्दू राष्ट्र नहीं बन जाता। साधना के बल पर ही भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जा सकता है, ऐसा विधायक टी. राजा सिंह ने कहा।
दाभोलकर हत्या प्रकरण में निर्दोष मुक्त हुए,केस चलाने वाले वकीलों का सत्कार
दाभोलकर हत्याकांड में निर्दोष मुक्त हुए सनातन के साधक विक्रम भावे, न्यायालयीन मुकदमा निशुल्क लडने वाले अधिवक्ता प्रकाश साळसिंगीकर, अधिवक्ता घनश्याम उपाध्याय, अधिवक्ता (श्रीमती) मृणाल व्यवहारे तथा अधिवक्ता (श्रीमती) स्मिता देसाई का भाजपा के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह ने ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में सत्कार किया। शाल, श्रीफल तथा देवताओं की सात्त्विक प्रतिमा प्रदान सभी का सत्कार किया गया।
इस समय उपस्थित धर्मप्रेमी हिन्दुओं ने हर हर महादेव, जय श्रीराम के नारों का जयघोष किया। इस मुकदमे में महत्त्वपूर्ण योगदान देनेवाले सर्वाेच्च न्यायालय के अधिवक्ता सुभाष झा, मुंबई उच्च न्यायालय के अधि. संजीव पुनाळेकर, अधि. वीरेंद्र इचलकरंजीकर एवं अधि. सुवर्णा वत्स-आव्हाड अधिवेशन स्थल पर प्रत्यक्ष उपस्थित नहीं थे। इन सभी का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में अभिनंदन किया गया।