अमेठी। उत्तर प्रदेश में अमेठी जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र में महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने पत्रकारों को बताया कि बडगांव निवासी ज्ञानेंद्र मौर्य ने 26 जून को लिखित तहरीर दे कर बताया कि उसकी उर्मिला मौर्य (34) गोरखपुर के लिये निकली थी जबकि अगले दिन उसका शव छाछा गांव के पास मिला।
इसी बीच मंगलवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के बगिया चौराहा के पास एक संदिग्ध व्यक्ति खड़ा है। पुलिस ने मौके पर जाकर उससे पूछताछ की जिसे अपना नाम ओम शंकर द्विवेदी बताया।
उसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसका और उर्मिला का लगभग 10-15 वर्ष पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी बीच कुछ वर्ष पूर्व उर्मिला की शादी हो गई। उर्मिला की शादी के बाद ओमशंकर की भी शादी हो गई।फिलहाल ओम शंकर की शादी के बाद उसे दो बच्चे भी है।
वही उर्मिला की शादी कुछ वर्ष बाद टूट गई ।अब उर्मिला अपने मायके बड़गांव में ही रहने लगी।शादी टूटने के बाद उर्मिला और ओमशंकर फिर एक बार एक दूसरे के नजदीक आ गए।उर्मिला के घर के सामने ही ओम शंकर की दुकान है। जिस पर उर्मिला सामान लेने जाती थी।
दोनों के बीच फोन से बात भी होती काफी होती थी। कुछ दिनों से उर्मिला ओमशंकर के ऊपर शादी करने का दबाव बना रही थी। उसने बदनामी की डर से उर्मिला को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और 26 जून को वह उर्मिला को बाइक पर बैठा कर छाछा गांव के एक सूनसान जंगल में ले गया और उसके माथे पर सटाकर गोली मार दिया। जिससे उसकी मृत्यु हो गई।
उसने बताया कि घटना में प्रयुक्त तमंचा उर्मिला का बैंक पासबुक और अन्य कागज अपने घर आकर अपने घर के बाहर भूसे में छिपा दिया। खुद को निर्दोष साबित करने एवं पुलिस से बचने के लिए रात में उर्मिला के मोबाइल फोन को जला दिया। जलने से शेष मोबाइल को अपने घर के पास मिट्टी में गढ़ दिया।
गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर कटरीन में रखे भूसे से घटना में प्रयुक्त तमंचा खोखा कारतूस बैंक पासबुक आदि कागज बरामद हुए। जले हुए मोबाइल के प्लेट और टीन को घर के पास से, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को घर से बरामद किया गया।