अजमेर। केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा है कि जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रवादी विचारधारा के पुरोधा थे और उन्होंने देश की एकता अखंडता के लिए अपने प्राणों को आहुति दी, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।
चौधरी शनिवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर आयोजित मतदाता अभिनंदन एवं एक पेड़ मां के नाम समारोह के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी राष्ट्रवादी विचारधारा के पुरोधा थे। उन्होंने नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर नारा दिया कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे।
चौधरी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने प्रारंभ में ही अनुच्छेद 370 को देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बताया था। अजमेर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर वृक्षारोपण के बाद श्री चौधरी ने कहा कि प्रकृति में संतुलन एवं वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए एक पेड़ लगाकर उसकी सुरक्षा करेंं।
समारोह में राज्य देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष एवं भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओमप्रकाश भडाणा ने कहा कि डॉ. मुखर्जी भारत की एकता अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले मानवता के उपासक, हमारे पद प्रदर्शक, भारतीय जनसंघ के संस्थापक और महान शिक्षाविद, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक थे। आज इस अवसर पर भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं का संकल्प लेना होगा की हम धर्म, जाति शहरी, ग्रामीण आदि से उपर उठकर राष्ट्र प्रथम का भाव रखें।
भड़ाना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पूर्व अपनी मां के नाम से एक पेड़ लगाकर प्रकृति को नमन किया। पेड़-पौधों के माध्यम से प्रकृति सभी प्राणियों के लिए प्राण वायु उत्सर्जित करके अनंत उपकार करती है।