पुरी। ओडिशा की तीर्थनगरी पुरी में रविवार को श्रीजगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भगवान बलवद्र और उनकी बहन देवोई सुभद्रा की वार्षिक रथ यात्रा के दौरान भगदड़ में एक श्रद्धालु की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए, जिनमें से एक गंभीर रूप से घायल हो गया।
यह घटना उस समय घटी जब भगवान बलभद्र के तालध्वज के रथ को खींचने के लिए भक्तों में होड़ मच गई। सूत्रों ने बताया कि भगदड़ हिंदी स्कूल के पास हुई, जहां एक 60 वर्षीय व्यक्ति बेहोश हो गया। उन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
भगदड़ में घायल पांच अन्य श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसके अलावा रथ यात्रा का तीन किलोमीटर लंबा बड़ाडांडा मार्ग (जो असल में जन सैलाब में बदल गया था) की उच्च आर्द्रता की स्थिति के कारण निर्जलीकरण और दम घुटने के कारण 300 से अधिक भक्तों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जिला प्रशासन की मुस्तैदी के कारण भगदड़ में जनहानि नाम मात्र की हुई। दरअसल प्रशासन हाथरस में हुई भगदड़ में मौतों की घटना के बाद कुछ अधिक ही एहतियाती उपाय किए थे।गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के फुलराई मुगल गढ़ी गांव में भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी।