बैंड, बाजा और बारात में झलकी सामाजिक समरसता, 8 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे


सेवा भारती का 5वां सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन

अजमेर। सेवा भारती अजयमेरु ईकाई की ओर से सामाजिक समरता का लक्ष्य लेकर सोमवार को आयोजित पांचवे सर्वजातीय सामूहिक विवाह में एक साथ आठ दूल्हों की बारात को देखने के लिए मार्ग के दोनों ओर बडी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। विजय लक्ष्मी पार्क में फेरों के सैकडों लोग साक्षी बने।

बारात निकासी आजाद पार्क के पिछले गेट से आरंभ हुई। जो अग्रवाल स्कूल, अग्रसेन चौराहा, सूचना केन्द्र, पटेल मैदान, रामकृष्ण परमहंस चौराहा होती हुई विजय लक्ष्मी पार्क पहुंची। रास्ते में जगह विभिन्न संस्थाओं, धर्मप्रमियों ने बारात का जोरदार स्वागत किया। बैंड बाजों की धुन पर बाराती नाचते गाते चल रहे थे।

तोरण द्वार पर दूल्हों और बारातियों पर पुुष्पवर्षा

आठ दूल्हों की बारात जैसे ही विजय लक्ष्मी पार्क के मुख्य गेट पर पहुंची वैसे ही सेवा भारती समिति के सदस्यों, वधु पक्ष के रिश्तेदारों ने पुष्पवर्षा व फूल मालाओं से साथ उनका भव्य स्वागत किया। घोडों पर सवार आठों दूल्हों ने एक एक कर तोरण की रस्म अदा की।​ शहनाईयों की गूंज के बीच वधू पक्ष अपने अपने रीति रिवाज से दूल्हों की अगवानी करते हुए बारातियों को विवाह स्थल तक लाए। मंच के पास ही महिला संगीत की व्यवस्था की गई थी।

वरमाला के दौरान वर वधु को मिला संतों का आशीर्वाद

वैवाहिक समिति अध्यक्ष सुनील दत्त जैन ने बताया कि इस मौके पर समारोहपूर्वक वरमाला कार्यक्रम आयोजित किया गया। दो जोडों को एक साथ मंच पर बुलाया गया। तय मुहूर्त के अनुरूप आठों वर व वधु ने एक दूसरे के गले में वरमाली डाली। इस दौरान पांडाल तालियों की गडगडाहट और मंगल गीतों से गूंज उठा। मंच पर विराजित नृसिंह मंदिर के संत श्याम शरण सुंदर देवाचार्य ने आशीर्वाद प्रदान किया। प्रेम प्रकाश आश्रम के स्वामी ब्रह्मानंद शास्त्री, चित्रकूटघाम पुष्कर के पाठकजी महाराज, गनाहेडा धाम के संत दिव्य मुरारी बापू, संन्यास आश्रम के ​संत शिव ज्योतिषानंद महाराज ने भी शुभकामनाएं प्रेषित की।

विधि विधान के साथ कराया पाणिग्रहण संस्कार

सम्मेलन के दौरान सभी आठों जोड़ों को विवाह के बंधन में बांधने के लिए अलग-अलग मंडप सजाए गए। परंपरागत रूप से तैयार की गई वेदियों पर पूरे विधि विधान के साथ पाणिग्रहण संस्कार संपन्न कराया गया। महिलाओं ने मंगल गीत गाए। मुख्य पंडित आचार्य गोपी किशन शर्मा, विजय शर्मा, मनीष शर्मा, नरेश शर्मा, प्रमोद व्यास, अंकुर जोशी, रामावतार शर्मा समेत नौ पंडितों का सहयोग रहा। सेवा भारती समिति की ओर से बारातियों व वधू पक्ष के लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई। शादी सम्पन्न होने के बाद सभी नव विवाहित जोड़ों को संस्था के सदस्यों और उनके परिजनों द्वारा रीति रिवाज के अनुसार विदाई दी।

दहेज के रूप में मिली गृहस्थी की उपयोगी सामग्री

समिति की ओर सम्मेलन के दौरान सभी आठों वर वधुओं को दान दहेज के रूप में बेड, अलमारी, चादर, गद्दा, तकिया, चांदी की पायजेब, सोने की लोंग, छत के पंखे, चार कुर्सियां, प्रेशर कूकर, लेडिज बैग, दीवार घडी, कन्या हेतु चप्पल, वधू का बैस, वर का सूट, वर व वधू को चांदी की अंगूठी,​ बिछुडी सेट, प्लास्टिक टेबल, साडी सेट मय पेटीकोट व ब्लाउज, स्टील की टंकी, स्टील ट्रे, चम्मच बडा, जग, भगोनी, परात, कढाई, स्टील की बाल्टी, पांच बर्तन सेट आदि के साथ समाज से प्राप्त अन्य उपहार दिए गए।

सेवा भारती के प्रयास सर्व समाज के लिए हितकारी

नृसिंह मंदिर के संत श्याम शरण सुंदर देवाचार्य ने सेवा भारती की ओर से कराए जा रहे सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन को समाज के लिए हितकारी बताते हुए कहा कि आज के युग में विवाह बहुत खर्चीला हो गया है। ऐसे में समाज के वंचित वर्ग को संबल देने का सेवा भारती की ओर यह बीडा उठाया गया है जो सराहनीय है। संस्था के प्रयासों से आठों जोडे समय पर विवाह कर पाए और आने वाले कर्ज के बोझ से भी मुक्त हो गए। उन्होंने कहा कि खुशी की बात यह है कि सभी आठों जोडे अलग अलग जातियों के हैं लेकिन सेवाभारती के प्रयास सबके लिए समान रहे। उन्होंने सभी जोडों को ग्रहस्थ जीवन आरंभ करने की शुभकानाएं दीं।

सामूहिक विवाह सम्मेलन में इनका मिला सहयोग

विवाह समिति संयोजक मोहन खंडेलवाल ने बताया कि सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियां विगत तीन माह से निरंतर की जा रही थीं। इसमें लघु उद्योग भारती, राधे राधे ग्रुप, लायंस क्लब आस्था, इनकम टैक्स कालोनी समिति, श्रीजी विहार समिति, जुगल किशोर शर्मा मार्बल वाले समेत अनेक गणमान्य समाजसेवियों का सहयोग प्राप्त हुआ। वैवाहिक समिति के पदाधिकारी घनश्याम डाणी, रामचरण बंसल, चंद्रशेखर शर्मा, जितेन्द्र शेखावत, मदनलाल खंडेलवाल, मोहन यादव, गोपाल कुशवाहा, हनुमान सिंह, दिनेश खंडेलवाल, त्रिलोक यादव, चंद्रशेखर गौड, महिला मंडल आदि ने संपूर्ण आयोजन को मूर्त रूप देने में महती भूमिका निभाई।

अजमेर में अब तक 77 जोडों ​का विवाह सम्पन्न

सेवा भारती समाज के निर्धन, पीडित, वंचित, शोषित एवं उपेक्षित बन्धुओं की सेवार्थ एक अखिल भारतीय संस्था है। राष्ट्रीय सेवा भारती की ओर से देशभर में 130000 से अधिक सेवा कार्य संचालित किए जा रहे हैं। राजस्थान में समिति के जरिए 2550 से अधिक सामूहिक विवाह सम्पन्न कराए जा चुके हैं। अजमेर में पांचवे सम्मेलन समेत अब तक 77 जोडों का विवाह कराया जा चुका है।