फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के लिए 200 करोड़ रूपए के कार्य प्रस्तावित : सुरेश रावत

जयपुर। राजस्थान के जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष बजट में फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के लिए 200 करोड़ रूपए के कार्य प्रस्तावित किए गए हैं।

रावत प्रश्नकाल में पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जल आयोग द्वारा फीडर के पुनर्निर्माण की प्रोजेक्ट फिजीबिलिटी रिपोर्ट स्वीकृत की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि गत सरकार के कार्यकाल में फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण के लिए पीएफआर तैयार कर 29 मई 2023 को केन्द्रीय जल आयोग, नई दिल्ली को भेजी गई थी लेकिन आयोग के आक्षेपों की पालना नहीं किए जाने के कारण इसे मंजूरी नहीं दी गई और डीपीआर तैयार नहीं हो सकी।

उन्होंने बताया कि गंगनहर से प्राप्त होने वाले औसत जल की मात्रा 2500 क्यूसेक के विरुद्ध 2265 क्यूसेक है। इस वर्ष भी 2500 क्यूसेक की मांग के विरुद्ध न्यूनतम 1744 क्यूसेक तक जल मिला है। इससे पहले उन्होंने विधायक डूंगरराम गेदर के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि फिरोजपुर फीडर का निर्माण वर्ष 1952-53 में किया गया। इसके निर्माण के समय क्षमता 11 हजार 192 क्यूसेक निर्धारित थी। वर्तमान में इस फीडर आरडी 0 से आरडी 168 तक जगह-जगह क्षतिग्रस्त है।

उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान बांधों के डाउनस्ट्रीम में अत्यधिक वर्षा होने की स्थिति में हरिके हैड से निकलने वाली इंदिरा गांधी फीडर व फिरोजपुर फीडर के विकसित सिंचाई तंत्र में अधिकतम उपलब्ध क्षमता तक पानी का उपयोग लिए जाने के बाद शेष रहा पानी ही पाकिस्ता्न की तरफ प्रवाहित होता है।