अजमेर/जयपुर। इंडियन ऑयल कम्पनी द्वारा संचालित कोको पम्प पर एक सनसनीखेज घटना का खुलासा हुआ है। इस घटना में पेट्रोल भरवाने आया एक ग्राहक जिंदा जल जाता। गनीमत रही कि खुद की सतर्कता से बड़ा अग्निकांड टल गया। घटना से सहमे ग्राहक न पुलिस और कम्पनी, दोनों जगह शिकायत दी। कम्पनी लीपापोती कर मामले को दबाने के प्रयास में जुटी है।
आईओसीएल प्रबंधन को मिली शिकायत के अनुसार गत 19 जून अजमेर के नसीराबाद रोड आदर्श नगर आड़ी पुलिया के पास स्थित कोको पम्प पर यह घटना घटी है। पीड़ित ग्राहक चांद बावड़ी निवासी प्रदीप अग्रवाल अपनी बाइक में पेट्रोल भरवाने के लिए पहुंचा था। सेल्समैन ने पेट्रोल टंकी में नोजल लगाया और उसे चालू कर छोड़ दिया। इसी बीच टंकी से नोजल छिटक गया और उसमें से तेजी से निकल रहे पेट्रोल ने ग्राहक अग्रवाल को चेहरे से लेकर नीचे पैरों तक भिगो दिया। उधर, खुद सेल्समैन एकबारगी घबराकर पीछे हट गया। फिर चेता और नोजल को बंद किया।
मानो कुछ हुआ ही नहीं
हैरानी की बात है कि इतनी बड़ी घटना घटित होने के बावजूद पम्प पर मौजूद किसी स्टाफ या पम्प संचालक ने त्वरित कोई एक्शन नहीं लिया। बल्कि सेल्समैन शेष पेट्रोल डालने को लेकर हुज्जत करने लगा। इस पर ग्राहक ने मैनेजर को बुलाने को कहा। मैनेजर ने दखल देते हुए ग्राहक को पुनः पेट्रोल देने को कह दिया। इधर, घटना से सहमे और पेट्रोल से भीगे ग्राहक ने जलन से परेशान होकर वॉशरूम में जाकर अपने शरीर व कपड़ों को पानी से साफ किया।
…वरना हो जाता भीषण अग्निकांड
ग्राहक जब पेट्रोल भरा रहा था तब वह बाइक पर ही बैठा था। उसकी बाइक बंद थी लेकिन आसपास अन्य वाहन चालक भी खड़े थे, जिनके वाहन चालू थे और साइलेंसर गर्म थे। यह ग्राहक पेट्रोल से भीग चुका था। किसी भी कारण से महज एक चिंगारी पकड़ते ही आग भड़क सकती थी। इस आग में ग्राहक के साथ ही उसकी बाइक तुरन्त चपेट में आ जाती और पूरा पम्प ही भीषण अग्निकांड की लपेट में आ सकता था।
सेफ्टी इंतजामों की खुली पोल
सेफ्टी को लेकर कम्पनी के कड़े नियम हैं। पम्प पर नोजल मिस हैंडलिंग होने या अन्य किसी भी कारण से पेट्रोल फैलने पर तुरन्त सभी को अलर्ट हो जाना चाहिए। तुरन्त बिजली आपूर्ति शट डाउन कर बिक्री रोक दी जानी चाहिए थी। बैरिकेडिंग कर बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया जाना चाहिए था। पम्पकर्मियों को तुरंत अग्निशामक यंत्र एवं बजरी से भरी बाल्टियां लेकर आग बुझाने के लिए अलर्ट हो जाना चाहिए था। मगर अफसोस, खुद कम्पनी द्वारा संचालित पम्प पर ही कम्पनी के इन नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। ग्राहक पेट्रोल से पूरा भीग चुका था लेकिन सेल्समैन पेट्रोल कम ज्यादा डालने को लेकर हुज्जत कर रहा था। कम्पनी का कथित सर्विस प्रोवाइडर सब कुछ चुपचाप खड़े होकर देख रहा था।
सर्विस प्रोवाइडर ने कम्पनी से छिपाई घटना
नियमों के मुताबिक सभी पेट्रोल पम्प संचालकों को कम्पनी को डेली रिपोर्ट भेजनी होती है। इस रिपोर्ट में सेफ्टी से जुड़ा कॉलम भी होता है। पम्प परिसर में घटित हर घटना की जानकारी उसी दिन कम्पनी को देना आवश्यक है, खासकर सेफ्टी इश्यू को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती जा सकती। इसके बावजूद इस कोको पम्प के कथित सर्विस प्रोवाइडर ने अपनी डेली रिपोर्ट में इस सनसनीखेज घटना का जिक्र तक नहीं किया। ना ही कम्पनी को सूचित किया कि यह मामला पुलिस तक पहुंच चुका है।
ग्राहक के जरिए मिली कम्पनी को सूचना
होना यह चाहिए था कि कम्पनी को अपने सर्विस प्रोवाइडर से इस घटना की सूचना मिलती लेकिन हुआ उलटा। कम्पनी को इस घटना की जानकारी तब लगी जब उसे ग्राहक का शिकायती ई-मेल मिला।
सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने किया जब्त
घटना के अगले दिन पीड़ित ग्राहक ने आदर्श नगर थानाधिकारी दिनेश कुमावत की ई-मेल आईडी पर शिकायत भेजी। इस पर पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए तुरंत सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया। सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना साफ नजर आ रही है। पुलिस ने सेल्समैन को भी थाने पर बुला लिया। साथ ही सर्विस प्रोवाइडर भी थाने पर पहुंच गया। यहां कुछ लोगों की समझाइश और आश्वासन पर फिलहाल पुलिस कार्रवाई ड्राप कर दी गई।
अनाड़ी सेल्समैन को थमाए नोजल
पेट्रोल अति ज्वलनशील श्रेणी में आता है और पेट्रोल पम्प पर कड़े सेफ्टी नॉर्म्स लागू होते हैं। यहां तक कि सेल्समैन भी कम्पनी द्वारा ट्रेंड होते हैं। उन्हें नोजल हैंडलिंग एवं डिस्पेंसर यूनिट संचालन से लेकर आग बुझाने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके विपरीत कम्पनी के ही इस पम्प पर अनट्रेंड सेल्समैन के हाथों में नोजल पकड़ा दिए गए हैं।
सेल्स ऑफिसर ने कहा, थोड़ा सा ही तो पेट्रोल गिरा
पीड़ित ग्राहक ने जब कम्पनी के आईओसीएल प्रबंधन को ई-मेल के जरिए शिकायत भेजी तो अगले दिन सम्बंधित सेल्स ऑफिसर का फोन आया। उन्होंने बातचीत में घटना की गम्भीरता को दरकिनार करते हुए कहा कि आप पर मामूली सा ही पेट्रोल गिरा था। फिर भी जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
कम्पनी ने मुहैया नहीं कराई जानकारी
पीड़ित ग्राहक ने सेल्स ऑफिसर से कम्पनी स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही से उसे भी अवगत कराने का आग्रह किया था लेकिन कई दिन बीतने के बावजूद ग्राहक को ई-मेल के जरिए कोई जवाब नहीं मिला है। इस पर ग्राहक ने रिमाइंडर भेजने के साथ ही पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन (पेसो) को भी शिकायत भेजी है।
जिला प्रशासन भी अनजान
आईओसीएल के कोको पम्प पर पेट्रोल से ग्राहक के पूरे भीग जाने और उसकी जान दांव पर लग जाने की घटना से जिला प्रशासन अभी तक अनजान है। जबकि यहां अग्निकांड होने पर सबसे ज्यादा मुसीबत जिला प्रशासन को ही होनी थी।
क्या होता है कोको पम्प
कोको पम्प का संचालन खुद कम्पनी ही करती है। आदर्श नगर आड़ी पुलिया के पास आईओसीएल ने जमीन लीज पर लेकर यह पम्प संचालित कर रखा है। बताया जा रहा है कि भूमि मालिक और कम्पनी के मध्य लीज को लेकर भी विगत कई वर्षों से विवाद चल रहा है। कहने को यह पम्प कम्पनी द्वारा संचालित है लेकिन कम्पनी ने इसे पूरी तरह सर्विस प्रोवाइडर को सौंप रखा है।