कलेक्ट्रेट के बाहर अजमेर कांग्रेस का प्रदर्शन
अजमेर। प्रदेश में बिजली, पेयजल संकट, बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बारिश में भीगते हुए कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर कलेक्टर भारती दीक्षित को ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ समेत शहर अध्यक्ष विजय जैन, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार जयपाल, डॉ सुनील कुमार लारा, शैलेंद्र अग्रवाल आदि कांग्रेस नेताओं ने पुष्कर सरोवर में दम तोड़ती मछलियों और पुरोहितों के आक्रोश, अजमेर में भीषण पेयजल संकट, कर्मचारी हितों के मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार की आलोचना के साथ मंत्रियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों को जमकर कोसा तथा उनकी कार्यशैली पर सवालिया निशाना लगाए।
धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि सनातन का दम भरने वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार अजमेर में पूरी तरह फेल हो गई। पुष्कर सरोवर में दम तोड़ती मछलियों का समाधान नहीं होने पर पुष्कर बंद से भाजपा की डबल इंजन सरकार के डिब्बों और पहियों की पोल जनता के सामने खुल गई। उन्होंने कहा कि जब मैं आरटीडीसी अध्यक्ष था, तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार से पुष्कर सरोवर की 52 घाटों जीर्णोद्वार व ब्रह्मा मंदिर का जीर्णोद्वार सहित कई पुष्कर धार्मिक विकास के कई ऐतिहासिक कार्य किए, लेकिन अब भाजपा की सरकार ने उदासीनता से पुष्कर सरोवर व धार्मिक नगरी की दुर्दशा कर दी।
अजमेर से केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी, पुष्कर विधानसभा से केबिनेट मंत्री सुरेश रावत और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सहित भाजपा के नेता और मंत्री सनातन संस्कृति और मंदिरों की बात तो करते है, लेकिन इनको विश्व विख्यात जगत पिता ब्रह्मा मंदिर और सरोवर की कोई परवाह नही है, जिन्होंने सरोवर में दम तोड़ती मछलियों के समाधान के कोई कदम नहीं उठाए और पुष्कर वासियों से कोई लेना देना नही रखा।
साफ जाहिर है पुष्कर के हित के लिए भाजपा के मंत्री और नेता सहित जिला प्रशासन को कोई सरोकार नहीं है। जबकि मैंने खुद ने कलेक्टर डॉक्टर भारती दीक्षित और पुष्कर एसडीएम से बातचीत कर समस्या समाधान को लेकर बातचीत की थी। आखिरकार भाजपा के मंत्रियों और जिला प्रशासन की बेरुखी के कारण ही पुष्कर के पुरोहितों और लोगों को पिछले कई दिनों से पुष्कर सरोवर में मछलियों के दम तोड़ने का समाधान नहीं होने पर पुष्कर बंद कराने के लिए मजबूर होना पड़ा। साथ ही हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का गहरी चोट पहुंची और श्रद्धालुओं को सरोवर की बिना पूजा करे बैंरंग लौटना पड़ा।
पेयजल संकट : विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी मजबूर
मीडिया के अजमेर पेयजल संकट के सवाल पर पूर्व आरटीडीसी धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि अजमेर में भीषण पेयजल संकट है और अजमेरवासी पेयजल के लिए तरस रहे हैं। हैरत इस बात की है कि भाजपा के नेता और मंत्री खुद पेयजल संकट को लेकर सवाल उठा रहे हैं, जबकि यह काम विपक्ष का है। पेयजल संकट को लेकर भाजपा के मंत्री, विधायक और नेता आपस में ही उलझ रहे है। उन्होंने कहा कि पेयजल संकट पर अजमेर उत्तर के विधायक और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और विधायक अनिता भदेल की पीड़ा सामने आई है।
विधानसभा ने विधायक अनिता भदेल ने जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी के समक्ष अजमेर की पेयजल समस्या का मुद्दा उठाया। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को भी यह कहने के लिए मजबूर होना पड़ा कि अजमेर में चार पांच दिनों के अंतराल में पानी आता है उसका भी समाधान किया जाए। आसन पर बैठे अध्यक्ष देवनानी ने भी कहा कि मंत्रीजी अजमेर शहर का मुद्दा है। अभी चार-पांच दिन में पानी आ रहा है। इस समस्या का जल्द समाधान करेंगे तो अजमेर की जनता आपको याद करेगी।
कच्ची बस्तियों की नही परवाह
राठौड़ ने अजमेर की 48 कच्ची बस्तियों का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 48 कच्ची बस्तियों को एडीए डेढ़ दशक पूर्व ही नगर निगम को सौंपने का निर्णय ले चुका था, लेकिन निगम ने संसाधनों की कमी बताकर अपने हाथ खड़े कर लिए। निगम उपायुक्त ने एडीए सचिव को खत लिखकर निगम के मौजूदा संसाधनों एवं तकनीकी स्टाफ की कमी बताते हुए इन बस्तियों को लेने से इंकार कर हाथ खड़े कर दिए हैं, जिसका खामियाजा गरीब तबके के कच्ची बस्ती के लोगो को उठाना पड़ रहा है। मुझे लगता है कि स्थानीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सहित अजमेर के मंत्रियों और भाजपा सरकार का रुख गरीब विकास और जनता के दुख दर्द को दूर करने में साफ नहीं है।
खिलाड़ी विरोधी भाजपा सरकार
राठौड़ ने खिलाड़ियों की चिंता करते हुए कहा के कि पटेल मैदान पर ताले लगाने व काम अधूरा होने के आधार पर खिलाड़ियों के लिए मैदान भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। हमारी सरकार ने खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए कई फैसले किए। लेकिन भाजपा सरकार की मानसिकता खिलाड़ी विरोधी नजर आ रही है। मेरी जानकारी में आया कि फुटबॉल प्रतियोगिताओं के लिए अभ्यास नहीं हो पा रहा। विधान सभा अध्यक्ष देवनानी के निर्देश के बावजूद भी नगर निगम के अधिकारी अनसुनी कर रहे है। जो खिलाड़ियों के लिए चिंता का विषय है।
सरकारी कर्मचारियों का सरकार के खिलाफ आक्रोश
पूर्व आरटीडीसी धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के सरकारी कर्मचारियों में गहरा आक्रोश है। रोडवेज के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है और प्रदेश के सफाई कर्मी भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर आंदोलन पर है। अजमेर माखुपुरा स्थित केंद्रीय रोडवेज कार्यशाला के कर्मचारी दो महीने से वेतन की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ कार्य बहिष्कार कर रहे है। अजमेर के सफाई कर्मी भी हड़ताल पर है। लेकिन अजमेर मंत्रियों और सरकार को कर्मचारियों की चिंता नहीं है।