नागरिक कर्तव्यों के निर्वहन के जीवंत उदाहरण बनकर करें समाज जागरण : गोविंद कुमार

केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान में विद्या भारती के पूर्व छात्रों का मिलन संपन्न
अजमेर। विकसित भारत के स्वप्न के साथ अमृतकाल की यात्रा में युवाओं को अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों के प्रति भी संवेदनशील होने की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। ऐसे में विद्या मंदिरों में भारत भक्ति की शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ने वाले पूर्व छात्रों से अपेक्षा है कि वे इस दिशा में जीवंत उदाहरण बनकर समाज में चेतना जागरण के केंद्र बनें।

यह विचार गोविंद कुमार ने गुरुवार को बांदरसिंदरी स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान में अध्ययनरत विद्या भारती के पूर्व छात्रों के मिलन कार्यक्रम में कही।

उन्होंने देशभर के विविध स्थानों से सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने अध्ययनरत विद्या भारती के पूर्व छात्रों का अपने अध्ययन को विशिष्ट योग्यता के साथ करते हुए पंच परिवर्तनों सामाजिक समरसता,नागरिक कर्तव्य, कुटुम्ब प्रबोधन,पर्यावरण संरक्षण तथा स्वदेशी की दिशा में आगे बढ़कर प्रयास करने का आव्हान किया।

कार्यक्रम में विद्या भारती उच्च शिक्षण संस्थान के राजस्थान क्षेत्रीय मंत्री कुमार संभव,सुधीर तथा हेमंत सहित विद्या भारती अजमेर के सचिव संजय शर्मा तथा सह सचिव भूपेंद्र उबाना भी उपस्थित रहे।