50 से 80 हजार में भ्रूण लिंग जांच, डिकॉय ऑपरेशन टीम ने दबोचा

अलवर। हरियाणा की पीसीपीएनडीटी की एक टीम ने कोटपुतली जिले के बहरोड के एक निजी अस्पताल में कार्रवाई करते हुए एक डिकोए ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग परीक्षण के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

बहरोड के जिला अस्पताल रोड़ पर स्थित निजी अस्पताल में गुरुवार देर शाम हरियाणा के नारनौल की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग परीक्षण करते हुए एक चिकित्सक सहित निजी अस्पताल में महिला एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ को संदिग्ध मानते हुए साथ में एक दलाल को पकड़ा है।

नारनौल के डिप्टी सीएमएचओ डॉ विजय यादव ने बताया कि नारनोल हरियाणा की टीम को सूचना मिली थी कि कुछ दलाल कार में सोनोग्राफी मशीन के माध्यम से गर्भ में पल रहे लिंग का परीक्षण करते है। ऐसे में डिकॉय ऑपरेशन किया गया। दलालों ने पहले महिला को नारनोल में ही कार में बैठा कर परीक्षण करने की बात कही। लेकिन वहाँ पर दलालों ने लिंग का परीक्षण नहीं कर महिला को बहरोड़ एसबीएस अस्पताल में बुला लिया।

अस्पताल में दलालों ने महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण का लिंग परीक्षण करवा दिया। जिस पर टीम ने डिकॉय ऑपरेशन करते हुए दलाल को पकड़ कर अस्पताल में लिंग का परीक्षण करते हुए महिला चिकित्सक एवं उसके पति को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था।

उन्होंने बताया कि पहले यह सौदा 50 रुपए में तय हुआ था फिर बढ़ते बढ़ते 80 हजार रुपए में पहुंच गया जिसमें 30000 और 20000 इन्होंने ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया और 30000 नगद लिए।

चिकित्सा विभाग की टीम ने अस्पताल में दबिश देकर महिला चिकित्सक डॉ अलका यादव के साथ जिला अस्पताल के एक चिकित्सक को भी हिरासत में ले लिया और पूछताछ की। डॉ अलका यादव इस अस्पताल को संचालित करती है। वह सरकारी नौकरी में थी लेकिन अब अपनी नौकरी को छोड़ चुकी है।