भगवान पर भरोसा करने पर सभी कार्य सफल होते हैं : संत ध्यानीराम महाराज

अजमेर। नला बाजार स्थित रामद्वारा में आयोजित नानी बाई मायरा के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए प्रज्ञा चक्षु संत ध्यानीराम महाराज ने कहा कि भगत नरसी की श्री हरि कृष्ण भगवान पर आघात श्रद्धा और विश्वास था। उन्होंने अपना सर्वस्व उन्हीं के नाम कर दिया। उठते बैठते सोते जागते हुए हर समय भगवान सांवरिया का नाम लेते थे। मान और अपमान सभी से दूर रहकर सारी शिकायत सांवरिया को समर्पित करते थे।

महाराज ने कहा कि नरसी भगत की पुत्री नानी बाई की बेटी के विवाह पर भात भरने के लिए कुछ भी नहीं था। ससुराल वालों ने बहुत लंबी लिस्ट दे रखी थी। अपनी बेटी की ससुराल मैं बहुत अपमान हो रहा था तो उन्होंने सांवरिया सेठ से कहा कि आज मैं गरीब हूं तो मेरा सम्मान नहीं है, मुझे भोजन की सामग्री भी नहीं है। मैं आपको क्या भोग लगाऊं। मैं आपकी किस प्रकार मनुहार करूं। अब आप नानी बाई का मायरा कैसे भरेंगे।

पूछा जा रहा है कि आपके साथ कौन-कौन आ रहा है और मायरा में आप क्या ला रहा रहे हैं। तब कृष्ण भगवान सांवरिया सेठ और सेठानी का रूप धारण कर आए तथा नरसी जी को आश्वासन दिया कि पूरे नगर का मायरा भरेंगे। मैं सभी सामान मेहंदी, मोली, सुपारी, कपड़ा, बर्तन, सोना, चांदी, मेवा सहित प्रकार की वस्तुएं लाएंगे आप किसी भी प्रकार की चिंता ना करें और सब कुछ मुझ पर छोड़ दें। यह सुन नरसी जी निश्चिंत होकर भगवान का गुनानुवाद कर नाचने लगे।

इस प्रकार ध्यानीराम महाराज ने एक से बढ़कर भजनों की प्रस्तुति दी। कथा के दौरान संत उत्तम राम शास्त्री ने भी भजनों से माहौल भक्ति में कर दिया। आज के मुख्य जजमान ने पूजा अर्चना की और आरती के पश्चात श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया।