उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में सरकारी स्कूल में शुक्रवार को चाकू से हमला कर एक छात्र को घायल कर देने की घटना के मामले में आरोपी के मकान को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से शुक्रवार देर रात को आरोपी को मकान खाली करने का नोटिस चस्पा किया गया। इसके बाद शनिवार दोपहर नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर मकान खाली कराया गया।
इसके बाद पटवारी सुरपाल सिंह सोलंकी ने दो जेसीबी मशीनों को लगाकर आरोपी के पूरे मकान को ध्वस्त कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि आरोपी का मकान वन विभाग की जमीन पर बनाया गया है। वन विभाग की ओर से छह महीने पूर्व भी मकान हटाने का नोटिस दिया गया था।
उदयपुर में स्थिति सामान्य, इंटरनेट सेवाएं बंद
उदयपुर शहर शुक्रवार को हुए दो स्कूली बच्चों के विवाद में चाकूबाजी की घटना एवं तनावपूर्ण स्थिति के बाद आज स्थिति सामन्य है। संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने उदयपुर नगर विकास प्राधिकरण क्षेत्र में शुक्रवार रात्रि 10 बजे से अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं स्थगित करने के आदेश जारी किये थे। वहीं जिला प्रशासन ने शनिवार को सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की है।
शनिवार को शहर के सभी क्षेत्रों में बाजार खुले रहे। जिला एवं पुलिस प्रशासन की ओर से शहर के सभी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात कर रखा। कलक्टर द्वारा नियुक्त एरिया मजिस्ट्रेट द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस महानिरीक्षक अजय पाल लांबा ने बताया कि शहर में स्थिति सामान्य है। कही से कोई अप्रिय स्थिति की सूचना नहीं है। उन्होंने सभी शहरवासियों से अपील की है कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने पर किसी अफवाह पर ध्यान नहीं दे। राखी का त्यौहार को देखते हुए शहर में उदयपुर एवं आस पास जिलों से पर्याप्त पुलिस जाब्ता बुलाकर तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा कि शहर की कानून एवं व्यवस्था बिगाड़ने के लिए जो कोई जिम्मेदार होगा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना के आरोपी और उसके पिता को पुलिस ने घटना के एक घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया था। उन्होंने कहा कि इस षड्यंत्र में ओर जो कोई शामिल हैं उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि चाकूबाजी की घटना में घायल छात्र देवराज महाराणा भोपाल सार्वजनिक चिकित्सालय में भर्ती है। राज्य सरकार उसके इलाज के लिए सबसे अच्छी चिकित्सकों की टीम नियुक्त की है। उम्मीद की जाती है कि घायल बालक की हालत में शीघ्र सुधार आए।