अयोध्या। अयोध्या में नाबालिग बच्ची से गैंगरेप मामले में आरोपी समाजवादी पार्टी (सपा) नेता मोईद खान की बेकरी, काम्पलेक्स के ध्वस्तीकरण के बाद भी मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं।
सोहावल एसडीएम अशोक सैनी ने शुक्रवार को बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी, काम्पलेक्स के ध्वस्तीकरण के बाद कब्रिस्तान व श्मशान की भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाए गए निर्माण के ध्वस्तीकरण की विधिक प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इसके लिए सोहावल के तहसीलदार के अदालत से धारा 67 के तहत भूमि बेदखली का आदेश जारी किया जाएगा। सपा नेता मोईद खान ने भदरसा कस्बे में बड़े पैमाने पर सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर निर्माण करवाया है।
प्रशासन ने उसके ज्यादातर अवैध कब्जों को चिन्हित कर लिया है। इन्हीं में कब्रिस्तान व श्मशान की जमीन भी शामिल है। इसी जमीन पर अवैध कब्जा कर बनवाए गए भवन में वर्षों तक भदरसा पुलिस चौकी का भी संचालन होता रहा। सपा नेता पर दुष्कर्म का केस दर्ज होने के बाद पुलिस चौकी को यहां से हटा दिया गया। इस जमीन पर कई मकान बने हुए हैं। प्लाटिंग कर दी गई है।
एसडीएम सोहावल अशोक सैनी ने बताया कि कब्रिस्तान व श्मशान की जमीन पर अवैध कब्जों की पैमाइश हो चुकी है। अब धारा 67 की विधिक प्रक्रिया शुरू की गई है। तहसीलदार कोर्ट से भूमि बेदखली का आदेश जारी होने के बाद अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्यवाही की जाएगी।
अयोध्या मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर भदरसा के बहुचर्चित सामूहिक दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपी मोईद खान का तीन अगस्त बेकरी एवं 21 अगस्त काम्पलेक्स पर जिला प्रशाासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की थी। जिस इमारत को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया वह करीब 400 वर्ग मीटर में बनी थी, जिसमें दो मंजिला भवन था, जिसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपए आंकी गई है। इसमें पंजाब नेशनल बैंक के साथ 26 दुकानों का संचालन होता था। तालाब और चकरोड की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर यह शापिंग काम्पलेक्स बनवाया गया था।
उन्होंने बताया कि भदरसा कस्बे में प्रवेश करने के बाद करीब एक किलोमीटर की दूरी तय करने पर मुख्य मार्ग से ही सपा नेता ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर यह शापिंग काम्पलेक्स बनवाया था। इसी के पास तालाब की ही जमीन पर कब्जा कर उसकी बेकरी का संचालन होता था। इस बेकरी को बुलडोजर कार्यवाही से पहले ही ध्वस्त किया जा चुका है।
काम्पलेक्स के निचले तल पर पंजाब नेशनल बैंक की भदरसा, भरतकुंड शाखा संचालित हो रही थी। इसके अलावा इसमें 26 दुकानें बनी हुई थीं। इसको गिराने के लिए तीन जेसीबी का सहारा लेना पड़ा था। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के तहत यह कार्यवाही की गई।