कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने विवादों में घिरे आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पूर्व अधीक्षक संजय बशिष्ठ के घर समेत कम से कम 15 स्थानों पर रविवार को छापे मारे।
आरजी कर अस्पताल गत नौ अगस्त को अस्पताल परिसर में एक प्रशिक्षु डॅाक्टर के साथ कथित दुष्कर्म और उसके बाद उसकी जघन्य हत्या के बाद से विवादों में है। सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज करने के एक दिन बाद आज सुबह तलाशी अभियान शुरू किया। कलकत्ता हाईकोर्ट ने शुक्रवार को संदिग्ध वित्तीय भ्रष्टाचार मामला सीबीआई को सौंप दिया, जो पहले से ही डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने बशिष्ठ, फोरेंसिक विभाग के प्रमुख देवाशीष शोम, एक आपूर्तिकर्ता विप्लव सिंघा और अन्य संदिग्धों के आवासों और कार्यालयों पर छापे मारे। पूर्व प्रिंसिपल घोष ने सीबीआई को सुबह सात बजे से एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करवाने के बाद बेलियाघाटा स्थित अपने घर में प्रवेश करने दिया। प्रशिक्षु डॉक्टर के कथित दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई ने घोष से 100 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की है।
इस बीच, सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों का काम बंद आज 17वें दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारी हत्या की शिकार महिला अपनी सहकर्मी के लिए न्याय और राज्य भर में अपने कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य अधिकारियों और डॉक्टरों के बीच कल रात हुई बातचीत विफल रही।