जयपुर। अजमेर में 1992 के सामूहिक बलात्कार और ब्लैकमेलिंग कांड के विरोध में सर्व हिन्दू समाज की ओर से सोडाला चौराहे पर बुधवार शाम को सामूहिक धरना दिया गया।
हिन्दू जागरण मंच के सतीश अग्रवाल ने कहा की इस बलात्कार कांड में अजमेर दरगाह के खादिम चिस्ती परिवार के बच्चे तथा कांग्रेस के दो बड़े नेता इस में सीधे-सीधे शामिल थे। उसकी वजह से यह सारे बलात्कार कांड में जांच और पूरी गिरफ्तारियां नहीं हुई इस कांड के अंदर उस वक्त 300 से ज्यादा हिंदू लड़कियां के साथ बलात्कार हुआ और उनको ब्लैकमेल किया गया।
उनके माध्यम से एक से दूसरी लड़कियों को बुलाया गया और बाद में उनमें से कई लड़कियां पागलपन का शिकार हो गई। 32 साल बाद भी जब न्याय की बात आई तो कुछ दो-चार लोगों को सिर्फ आजीवन कारावास की सजा दी गई है, जबकी अन्य आरोपी अभी भी खुले घूम रहे है।
उन्होंने बताया की हम राज्य सरकार से मांग करते है कि इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करके दोषियों को फांसी की मांग की जाए।