नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी घोषणा के अनुसार मंगलवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर अपने मंत्रिमंडल का त्यागपत्र सौंपा।
आज इससे पहले पूर्वाह्न मुख्यमंत्री निवास पर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायकों के साथ केजरीवाल ने बैठक की थी जिसमें आतिशी मर्लेना को केजरीवाल की जगह नया मुख्यमंत्री के लिए चुना गया।
केजरीवाल ने अपने इस्तीफे के लिए उपराज्यपाल से आज शाम साढ़े चार बजे का समय मांगा था। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल भवन जाकर उन्हें अपने मंत्रिमंडल का त्यागपत्र सौंप दिया। इसी के साथ आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा भी उपराज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत किया है।
आतिशी बनेंगी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं।
आतिशी का जन्म आठ जून, 1981 को दिल्ली में हुआ था। वह मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। उनके माता-पिता दोनों ही दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रहे हैं। आतिशी ने सेंट-स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री हासिल की है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की डिग्री हासिल की है।
भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना आंदोलन के दौरान आतिशी ने 2012 में राजनीति में कदम रखा और आम आदमी पार्टी की नींव रखने वाले लोगों में शामिल रहीं। आतिशी ने जुलाई 2015 से 17 अप्रैल 2018 तक तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर काम किया है। 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान वह पार्टी का घोषणापत्र तैयार करने वाली मसौदा समिति की प्रमुख सदस्य रह चुकी हैं। वह पार्टी प्रवक्ता की भी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। वह पहली बार 2020 में कालकाजी विधानसभा से जीतकर विधायक बनीं।
आप नेता मनीष सिसोदिया को कथित शराब घोटाले के आरोप में जेल जाना पड़ा तो उनकी जगह आतिशी को शिक्षा मंत्री बनाया गया और अब उनके पास शिक्षा मंत्रालय समेत कई मंत्रालय की ज़िम्मेदारी हैं। आतिशी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का खास माना जाता है।
आतिशी को 2019 में पूर्वी दिल्ली से लोकसभा लिए टिकट दिया गया।उन्हें भले ही हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अगले साल ही विधानसभा चुनाव में उन्हें उतारा गया और वह कालकाजी से विधायक निर्वाचित हुईं। आतिशी से पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित मुख्यमंत्री रही हैं। सुषमा स्वराज कुछ महीने और शीला दीक्षित करीब 15 वर्ष के लिए मुख्यमंत्री रही हैं।