शिमला। हिमाचल में क्रिप्टोकरेंसी घोटाला 20 अरब तक पहुंच गया है। ऐसे में इस मामले की जांच कर रहे पुलिस की विशेष जांच दल (एसआईटी) को एक कारोबारी की तलाश है। एसआईटी जल्द कोलकाता और पंजाब में दबिश देने जा रही है।
क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले के तार कोलकाता से भी जुड़े हैं। पुलिस की एसआईटी को एक कारोबारी की तलाश है। एसआईटी जल्द कोलकाता और पंजाब में दबिश देने जा रही है। आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई खुलासे हो रहे हैं।
प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसी घोटाला 20 अरब तक पहुंच गया है। इस मामले में पुलिस ने 89 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रदेश भर में विभिन्न स्थानों पर ठगी को लेकर 20 मामले दर्ज किए गए हैं। 6 लोगों की धनराशि भी वापस हो गई है। मामले में चार चार्जशीट दायर कर दी हैं।
लंबे समय से हिमाचल प्रदेश विधानसभा में यह मामला उठता आ रहा है। सबसे पहले यह मामला हिमाचल प्रदेश विधानसभा में निर्दलीय विधायक रहे चुके होशियार सिंह ने उठाया था। इसके बाद राज्य सरकार ने इस मामले में कमेटी का गठन किया गया। इस बार भी मानसून सत्र में यह मामला उठा है।
पुलिस एसआईटी सुभाष को मुख्य आरोपी मानकर चल रही है। यह आरोपी दुबई में छिपा है। एसआईटी आरोपी को स्वदेश लाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों से लगातार संपर्क बनाए हुए है। बताया जा रहा है कि अगले महीने आरोपी का वीजा खत्म होने जा रहा है। वीजा की अवधि न बढ़े, इसके लिए एसआईटी औपचारिकताओं में जुटी है।