जयपुर। केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के कार्यों का अवलोकन किया।
इस अवसर पर वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत में रेलवे स्टेशन कि पुनर्विकास योजना चल रही है जो कि विश्व की सबसे बड़ी पुनर्विकास योजना है। उन्होंने कहा कि देश भर में 1324 रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकास किया जा रहा है उन्हीं में से एक जयपुर का गांधी नगर रेलवे स्टेशन है। उन्होंने बताया कि गांधीनगर जयपुर स्टेशन पर दोनों प्रवेश द्वार पर बिल्डिंग के ढांचे का कार्य पूरा कर लिया गया है और फिनिसिंग कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर 72 मीटर चौड़ाई वाले एयर कॉनकोर्स के निर्माण के लिए गर्डर लॉंचिंग का काम पूरा किया है जो कि सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर पहली बार हुआ है। गर्डर लाँचिंग के बाद एयर कॉनकोर्स से सम्बंधित कार्य प्रगति पर है। एयर कॉनकोर्स में यात्रियों को वेटिंग रूम की सुविधा के साथ-साथ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, कैफेटेरिया, गेम ज़ोन जैसी सुविधाएं भी मिलेगी और यह क्षेत्र यात्रियों के साथ-साथ आमजन के लिये भी उपलब्ध रहेगा।
उन्होंने कहा कि गांधीनगर स्टेशन के पुनर्विकास से स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होगी। स्टेशन पुनर्विकास में ऊर्जा खपत में कमी के लिए ग्रीन बिल्डिंग आधारित व्यवस्थाएं होंगी, जो नवीनीकरणीय ऊर्जा, वर्षा जल संचयन आदि जैसे संसाधनों युक्त होगी। स्टेशन पर लगभग 1400 किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया जाएगा।
इससे पूर्व हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होने कहा कि रेलवे सुरक्षा के लिए कवच 4.0 को गत 16 जुलाई को स्वीकृत किया गया था। इसका पहला इन्स्टालेशन सवाईमाधोपुर से कोटा और कोटा से नागदा तक किया गया है।