श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ क्षेत्र में पुलिस ने 17 वर्ष के एक बाल अपचारी को 13 वर्षीय मंगेतर को गर्भवती करने के आरोप में निरुद्ध किया है।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पीड़ित बालिका की हालत बहुत ही नाजुक है। उसे श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल से बीकानेर भेजा गया है। मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक (महिला अत्याचार एवं अन्वेषण) रामकरण मलिंगा कर रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़ित बालिका के माता-पिता ने करीब एक वर्ष पहले पास के ही वार्ड में रहने वाले एक नायक परिवार के 16 वर्षीय किशोर से सगाई कर दी। बालिका की तब आयु 12 वर्ष से कम थी। इसके बाद किशोर का घर आना-जाना हो गया।
पिछले शनिवार को बालिका का कथित रूप से गर्भपात हो गया। पुलिस के पूछताछ करने पर मां ने बताया कि शनिवार को उसकी पुत्री शौच करने के लिएगई तो भ्रूण शौचालय की कुई में गिर गया। इसी दौरान बालिका के अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा तो वे उसे इलाज के लिये श्रीगंगानगर ले आए।
सोमवार को पुलिस के एक दल ने सफाई कर्मचारियों की मदद से पीड़ित बालिका के घर के शौचालय की कुई से भ्रूण बरामद कर लिया, जिसे अस्पताल के मुर्दाघर में सुरक्षित रखवाया गया।
पुलिस ने बताया कि किशोर पूछताछ में कथित रूप से बालिका से शारीरिक संबंध बनाने की बात तो कुबूल की है, लेकिन उसके बच्चे का पिता होने से इन्कार किया है। किशोर ने बालिका के घर आने जाने वाले एक अन्य व्यक्ति की तरफ इशारा किया है।
इस पर पुलिस ने आरोपी बाल अपचारी के साथ बालिका के घर आने जाने वाले उक्त व्यक्ति के डीएनए के नमूने शौचालय की कुई में मिले भ्रूण के डीएनए से मैच करवाने के लिए लैब में भिजवा दिए हैं। उसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।