उमर का बयान स्पष्ट संकेत है कि नेकां-कांग्रेस ने हार मान ली : स्मृति ईरानी

जम्मू। भारतीय जनता पार्टी की स्टार प्रचारक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को कहा कि उमर अब्दुल्ला का बयान स्पष्ट संकेत है कि नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव हारने जा रही है।

जम्मू में भाजपा मीडिया सेंटर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ईरानी ने कहा कि उमर ने कहा है कि कांग्रेस का अभियान कमजोर है और गांधी परिवार को जम्मू पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जो स्पष्ट रूप से दिखाता है कि एनसी-कांग्रेस ने हार मान ली है।

उन्होंने कहा कि लोग प्रधानमंत्री मोदी के विकास एजेंडे के साथ हैं और भाजपा जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ, कार्यकारी अध्यक्ष सत शर्मा, मुख्य प्रवक्ता सुनील सेठी, प्रवक्ता रजनी सहगल और महिला मोर्चा अध्यक्ष संजीता डोगरा भी उपस्थित थे।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के बारे में उमर अब्दुल्ला की टिप्पणी के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर अपना भरोसा व्यक्त किया है।

ईरानी ने कहा कि वर्षों के संघर्ष के बाद, भाजपा नेतृत्व ने अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर में परिवर्तन लाया है, जिससे क्षेत्र के लिए नई संभावनाएं खुली हैं। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में 24,000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में एम्स, आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रमुख संस्थान स्थापित किए हैं और दावा किया कि क्षेत्र के तीन लाख युवाओं ने मुद्रा योजना के अंतर्गत 8,000 करोड़ रुपए का लाभ मिला है।

ईरानी ने घोषणा किया कि एक बार भाजपा सत्ता में आएगी, तो जम्मू-कश्मीर की प्रत्येक बुजुर्ग महिला को सालाना 18,000 रुपए मिलेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित की जाएंगी और कहा कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए 25 वादे किए हैं, जिन्हें सरकार बनने के बाद पूरा किया जाएगा।

उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जम्मू-कश्मीर में 84,000 स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, मोदी सरकार क्षेत्र की महिलाओं को सालाना दो मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान करेगी।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पांच लाख युवाओं को रोजगार के अवसर दिए जाएंगे और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) और जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने वालों को दो वर्षों के लिए 10,000 रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी।