भाजपा के चौपट राज में आबूरोड डिस्कॉम की अंधेरगर्दी

आबूरोड डिस्कॉम के 8 घंटे से ज्यादा के पावर कट ने बर्बाद किए काम धंधे और मजदूरी।
आबूरोड डिस्कॉम के 8 घंटे से ज्यादा के पावर कट ने बर्बाद किए काम धंधे और मजदूरी।

सबगुरु न्यूज – आबूरोड। भाजपा के एक वर्ष के चौपट राज में व्यवस्थाएं अशोक गहलोत के द्वारा छोड़ी गई बदहाली के हालात को नारकीय बना दिया है। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ डिसकॉम की भूमिका महत्वपूर्ण है। आबूरोड शहर रूरल डिस्कॉम एइएन के क्षेत्र में शुक्रवार को जो अधेरगर्दी नजर आई उसने भजनलाल सरकार में चौपट हो चुकी व्यवस्थाओं को उघाड़ दिया है।

4 घंटे को घोषणा 8 घंटे की कटौती

आबूरोड शहर के ग्रामीण एईएन मिथिलेश कुमार के द्वारा ज़ारी की गई प्रेस रिलीज के अनुसार आबूरोड शहर के ग्रामीण फीडर के दो दर्जन से ज्यादा इलाकों में दीवाली से पूर्व सार सम्भाल के नाम पर शुक्रवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक विद्युत कटौती की जानी प्रस्तावित थी। लेकिन, डिस्कॉम आबूरोड ग्रामीण ने आबूरोड में 4 घंटो।की घोषित कट्टौती को बढ़ाकर 8 घंटे कर दिया तब भी वो विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं करवा पाए।

मजदूरी और व्यापार दोनों को पहुंचाया नुकसान

आबूरोड डिस्कॉम ग्रामीण के सहायक अभियंता की घोषित और अघोषित कटौती कुल मिलाकर 8 घंटे से ज्यादा की हुई। ये वो समय है जब जब मजदूर की मजदूरी शुरु होती है और वो अपनी ड्यूटी खत्म करके घर जाता है। कार्यालयों में पूरा कार्यदिवस निकल जाता है। व्यापारियों की दिन भर की कमाई का समय होता है। आबूरोड डिस्कॉम एईएन ने सैकड़ों लोगों के कार्यदिवस का नुकसान करके उन्हें लाखों का नुकसान करवाया। कई आदिवासी मजदूरों को बिना मजदूरी के मायूस घर लौटना पड़ा तो व्यापारी अपने असाइनमेंट समय पर नहीं दे पाए।

इतने बदतर हालात शायद ही रहे हों

संभवतः ये पहला अवसर होगा की किसी शहरी इलाके में इतने लम्बे समय तक लगातार विद्युत कटौती रही हो। आबूरोड डिस्कॉम के सहायक अभियंताओं ने बिपरजोय झेला है। उसमें भी वो विद्युत व्यवस्था बहाल करने में सफल हुए थे। लेकिन, वर्तमान में बिना आंधी तूफान के सामान्य मौसम में आबूरोड डिस्कॉम ग्रामीण के आधिकारी पूरी तरह फेल रहे हैं।

मानपुर, तरतौली, खड़ात, आकराभट्टा, पांडुरी, तलहटी जैसे करीब 2 दर्जन इलाकों में हजारों मकानों दुकानों में डिस्कॉम आबूरोड ग्रामीण एईएन विद्युत व्यवस्था बदहाल किए रहे। जिले में डिस्कॉम की इतनी बड़ी विफलता शायद ही एक दशक में देखने को मिली हो। डिस्कॉम की इस अव्यवस्था ने लोगों में सरकार के प्रति असंतोष को बढ़ाया है।