पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे व बेटी से पुलिस ने की पूछताछ, बेटे का मोबाइल जब्त

रायपुर। छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के बेटे और बेटी से थाने में पूछताछ के कारण राज्य की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है।

बुधवार को बघेल की बेटी दीप्ति बघेल और गुरुवार को उनके बेटे चैतन्य बघेल से पूछताछ की गई है। पुलिस ने चैतन्य से करीब चार घंटे की पूछताछ के बाद उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। वहीं, बेटी से भी कई सवाल किए गए हैं। बघेल के बेटे-बेटी से पूछताछ के कारण राज्य की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक सरकारी कॉलेज के प्रोफेसर विनोद शर्मा पर जानलेवा हमला हुआ था। मामला इसी साल जुलाई का है। प्रोफेसर की छह युवकों ने लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की थी और मरा समझ छोड़कर भाग गए थे। स्थानीय लोगों की सूचना पर प्रोफेसर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

प्रोफेसर को छह लोगों ने बुरी तरह पीटा था। शर्मा पर हमला तब किया गया, जब वह पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र से अपने घर जा रहे थे। शर्मा अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है।

इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में इस मामले में नौ आरोपियों के शामिल होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने उनमें से पांच को गिरफ्तार किया है तथा चार अन्य की तलाश की जा रही है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है।

बताया जा रहा है कि इस मामले का मास्टरमाइंड नगर निगम का एक ठेकेदार है जो चैतन्य का करीबी माना जाता है। सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि आरोपी चैतन्य के करीबियों में आते थे और घर के भी हर आयोजन में दिखाई देता था।

पाटिल ने बताया कि, इस केस में चैतन्य की संलिप्तता, आरोपियों की फरारी में उनकी भूमिका और तकनीकी जांच के लिए उनके मोबाइल को जब्त करने के लिए बुलाया गया था। प्राथमिक तौर पर उनका बयान लिया गया है। जब्त मोबाइल को एफएसएल के पास जांच के लिए भेजा जाएगा।

पाटिल ने बताया कि आरोपियों से उनके संबंधों को लेकर सवाल पूछे गए हैं। अभी तक इस केस में पांच आरोपियों को हम गिरफ्तार कर चुके हैं। प्रमुख तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। आरोपियों से हुई पूछताछ के आधार पर चैतन्य को बुलाया गया था। आरोपी प्रवीण शर्मा चैतन्य के करीबियों में आता था।

इस बीच भूपेश बघेल ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (सीजे) डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है। उन्होंने सीजे से राज्य में केंद्रीय और राज्य जांच एजेंसियों के कामकाज की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच का आदेश दिए जाने की मांग की है।

उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में यह भी शिकायत की है कि सूबे में विभिन्न अपराधों से जोड़ने के लिए उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। बघेल ने 21 सितंबर को लिखे इस पत्र में यह भी कहा है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी, निष्ठा और गरिमा के साथ पालन किया।