मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के, ऋषभ शेट्टी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता

नई दिल्ली। सत्तरवें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सिनेमा जगत के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार जबकि कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार ऋषभ शेट्टी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इस राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में विभिन्न भाषाओं में निर्मित सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्मों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सम्मानित किया। सर्वश्रेष्ठ फिल्म से लेकर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता-अभिनेत्री तक कई कैटेगरी में अवॉर्ड दिये गये। सत्तरवें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार एक जनवरी से 31 दिसंबर, 2022 तक सेंसर बोर्ड द्वारा सर्टिफाइड फिल्मों को दिए गए हैं।

सत्तरवें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार ऋषभ शेट्टी ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार अपने नाम किया है। उन्हें उनकी फिल्म कांतारा के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड मिला है। मलयालम भाषा की फिल्म आट्टम ने सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता, जबकि सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का सम्मान नित्या मेनन और मानसी पारेख ने साझा किया।

तिरुचित्राबलम में नित्या मेनन और कच्छ एक्सप्रेस के लिए मानसी पारेख ने यह अवार्ड जीता। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार सूरज बड़जात्या को फिल्म ऊंचाई के लिए दिया गया। सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार नीना गुप्ता को फिल्म ऊंचाई के लिए ही दिया गया। सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार पवन मल्होत्रा को फिल्म फौजा के लिए दिया गया। संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म कंतारा चुनी गई।

विशेष उल्लेख पुरस्कार मनोज बाजपेयी को फिल्म गुलमोहर के लिए दिया गया। सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार श्रीपत (मल्लिकापुरम, मलयालम फिल्म) सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (हिंदी): गुलमोहर, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (तेलुगू): कार्तिकेय 2, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (तमिल): पोन्नियन सेल्वन पार्ट 1, सर्वश्रेष्ठ फीचरफिल्म (टीवा): सिकाइसल, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (मलयालम): साउदी वेलक्का सीसी, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (कन्नड़): केजीएफ चैप्टर 2, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (मराठी): वाल्वी, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (पंजाबी): बागी दी धी, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (उड़िया): दमन, सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (बंगाली): काबेरी अंतर्धान और सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (असमिया): एमुथि पुथी को पुरस्कार मिला।

संगीत निर्देशक विशाल भारद्वाज को नॉन-फीचर फिल्म सेक्शन फिल्म फुरसत के लिए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित बॉम्बे जयश्री ने सौदी वेल्लाका सीसी के गीत चायुम वेयिल के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार जीता। दिग्गज सिनेमैटोग्राफर रवि वर्मन को मणिरत्नम की पोन्नियिन सेल्वन के लिए सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार मिला। एआर रहमान को मणिरत्नम की फिल्म पोन्नियन सेल्वन-पार्ट-1 के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक (पार्श्व संगीत) के रूप में चुना गया। प्रीतम को ब्रह्मास्त्र-पार्ट 1 के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का पुरस्कार दिया गया।

सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरण मूल्यों को प्रमोट करने वाली): कच्छ एक्सप्रेस, सर्वश्रेष्ठ फिल्म (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स गेमिंग और कॉमिक): ब्रह्मास्त्र, सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक के लिए दीपिक दुआ को पुरस्कार मिला। वहीं बेस्ट बुक ऑन सिनेमा के लिए अनिरुद्ध भट्टाचार्य को उनकी किताब किशोर कुमार- द अल्टीमेट बायोग्राफी के लिए पुरस्कार दिया गया। सर्वश्रेष्ठ नॉन फीचर फिल्म के लिएआइना को पुरस्कृत किया गया।

सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फिल्म निर्देशक के रूप में प्रमोद कुमार को हरियाणवी फिल्म फौजा के लिए सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी पोन्नियन सेल्वन पार्ट 1 (तमिल) के लिए रवि वर्मन, सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले स्क्रीनप्ले राइटर (ओरिजिनल)अट्म (द प्ले): आनंद एकारशी, सर्वश्रेष्ठ साउंड डिजाइन पोन्नियन सेलवन पार्ट 1 (तमिल), साउंड डिजाइनर : आनंद कृष्णामूर्ति, सर्वश्रेष्ठ एडिटिंग अट्म (द प्ले) एडिटर- महेश भुवानेंद को मिला।

सर्वश्रेष्ठ प्रोड्कशन डिजाइन अपाराजितो डिजाइनर- आनंदा आध्या, सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइनर कच्छ एक्सप्रेस कॉस्ट्यूम डिजाइनर- निकी जोशी, सर्वश्रेष्ठ मेकअप अपराजितो (द अनडिफिटिड) मेकअप आर्टिस्ट- सामंथ कुंदू को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ एक्शन डायरेक्शन अवार्ड (स्टंड कोरियोग्राफर) केजीएफ चैप्टर-2 (कन्नड़) स्टंट कोरियोग्राफर- अनबेरिव को मिला। सर्वश्रेष्ठ लिरिक्स फौजा (हरियाणा) गीतकार- नौशाद सदर खान को मिला।

सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले (डायलॉग): अर्पिता मुखर्जी और राहुल वी चितेला को फिल्म (गुलमोहर) के लिए दिया गया। स्पेशल मेंशन सर्वश्रेष्ठ संगीतकार संजय सलिल फिल्म (कढ़ीकन) के लिए दिया गया। सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का पुरस्कार अरिजीत सिंह को ब्रह्मास्त्र- पार्ट 1 : शिवा (हिंदी) के गाना केसरिया के लिए दिया गया।