चित्तौडगढ़/नैनीताल। उत्तराखंड के लालकुआं में पकड़े गए जाली नोट गिरोह के सरगना शिवम वर्मा के तार उत्तर प्रदेश और राजस्थान से जुड़े हैं। पुलिस उत्तर प्रदेश और राजस्थान दोनों राज्यों से तीन लोगों को गिरफ्तार कर गुरुवार को लालकुंआ पहुंची।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पीएन मीणा के अनुसार कुछ दिन पहले लालकुआं पुलिस ने जाली नोट गिरोह का खुलासा कर उसके आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनसे 3.46 लाख के जाली नोट बरामद हुए थे।
जांच में पता चला कि गिरोह के तार बंगाल के मालदा से जुड़े थे और वहां से जाली नोट लेकर आते थे। आरोपी इन नोटों को यहां मार्केट में खपाते थे।
एसएसपी के अनुसार पुलिस को गिरोह के सरगना शिवम वर्मा के खाते में अज्ञात स्रोतों के माध्यम से धन जमा होने की जानकारी मिली। बैंक प्रबंधक की ओर से भी संदिग्ध धन जमा होने के मामले में कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गई थी।
इसके बाद पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लालकुआं के प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा को जांच सौंपी गई। पता चला कि पैसा उप्र के बरेली और राजस्थान से जमा किया गया है।
इसके बाद पुलिस ने उप्र और राजस्थान से रिहान एवं शाकिर खान निवासीगण रमपुरा माफी, थाना भोजीपुरा, जिला बरेली उप्र और संदीप पंवार निवासी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदाम के पीछे चन्देरिया थाना चित्तौडगढ़ राजस्थान से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पता चला कि आरोपी आनलाइन गेमिंग एप, बाइनेंस एप्प, 99 ईसीएच और टेलीग्राम ग्रुप से आने वाले धन को अज्ञात नाम से आरोपी शिवम् के खाते में जमा करते थे और आरोपी इसे क्रिप्टो करेंसी में निवेश करता था।